कोरबा। शादी के नाम लड़की पक्ष से 21 लाख रुपए दहेज लेने के बाद शादी से मुकरने वाले दो आरोपियों को कोरबा कोतवाली पुलिस ने झारखंड धनबाद से गिरफ्तार किया है। अन्य दो आरोपी फरार हैं जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
कोतवाली थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार डीडीएम रोड तुलसी नगर के रहने वाले अमित सिंह पिता स्व. बिरेन्दर सिंह ने 19 अप्रैल 2023 को थाना कोतवाली उपस्थित आकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसकी बहन नेहा सिंह की शादी का रिश्ता रेल्वे कालोनी गोमो तहसील व जिला धनबाद निवासी विकास सिंह पिता अशोक सिंह के साथ तय की गई थी।
विवाह के दहेज के नाम पर विकास सिंह, अशोक सिंह, राकेश सिंह, सुभाष सिंह, सावित्री प्रसाद, एवं अयोध्या सिंह ने बारह लाख रूपए प्रार्थी के पिता बिरेन्दर सिंह से मांग की थी। बाद में सभी आरोपी शादी तोड़ देने की धमकी देते हुए उसके पिता से अलग अलग किश्तों में डरा धमका कर कुल 21 लाख रूपए ले लिए।
बाद में आरोपी शादी करने में टालमटोल करते रहे। बाद में शादी करने से इंकार कर दिया और दहेज में ली गई रकम भी लौटाने से मना कर दिया।
प्रार्थी रिपोर्ट पर थाना कोतवाली कोरबा में धारा-420, 384, 34 भा.द.वि. व 05 दहेज अधिनियम कायम कर जांच की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना के बारे में पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया।
पहली नजर में ठगी का मामला लगने पर पुलिस अधीक्षक उदय किरण ने सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए थे। घटना के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा एवं नगर पुलिस अधीक्षक विश्वदीपक त्रिपाठी के मार्गदर्शन पर नगर निरीक्षक रूपक शर्मा के नेतृत्व में आरोपियों का पकड़ने के लिए कोतवाली पुलिस की टीम बनाकर झारखंड भेजा गया।
जहां दो आरोपी अशोक कुमार सिंह एवं राकेश सिंह को कड़ी मशक्कत कर घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों को स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड में लेकर कोरबा लाया गया है। मामले की बाकी आरोपी फरार हैं। मामले में दोनों आरोपियों के विरूद्ध पर्याप्त अपराध सबूत पाये जाने तथा अपना अपराध स्वीकार करने पर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया जा रहा है।
आरोपियों की गिरफ्तारी में नगर निरीक्षक रूपक शर्मा, सहायक उप निरीक्षक ईश्वरी प्रसाद लहरे, सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मीप्रसाद कुर्रे, आरक्षक सुनील राजपूत और महिला आरक्षक राजेश्वरी लकड़ा की सक्रिय भूमिका रही।