Korba : फिरौती के लिए युवती की अपरहण फिर कर दी हत्या..ऐसे हुआ खुलासा, 5 गिरफ्तार…

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कोरबा। घर से सुबह प्रतिदिन की तरह सिलाई प्रशिक्षण के लिए निकली युवती अचानक गायब हो गई। पिता ने पुलिस में सूचित किया तो गुम इंसान दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। इस बीच किसी अज्ञात व्यक्ति ने गुम युवती ने मोबाइल से ही उसके घर के नंबर पर कॉल कर कहा कि उसकी बेटी का अपहरण हो गया है। उसे बचाना है तो बताई गई जगह पर 15 लाख रुपए छोड़ दो। दो माह गुजर गए पर उसका कोई सुराग न मिला। दो दिन पहले पकड़े जाने के डर से आरोपी ने कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंचा, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि उसने युवती की गला दबा कर हत्या कर दी और साथियों की मदद से लाश जंगल में दफना दी। मामले में कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बुधवार आरोपियों की निशानदेही पर पाली क्षेत्र के जंगल में जमीन खोद कर युवती का कंकाल बरामद किया गया है।

पुलिस के अनुसार ग्राम लेपरा निवासी कृष्णा विश्वकर्मा ने बांगो पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 28 सितंबर को सुबह 8 बजे सिलाई प्रशिक्षण के लिए घर से निकली उसकी पुत्री संतोषी विश्वकर्मा 30 सितंबर तक वापस घर नहीं लौटी है। मामले में गुम इंसान कायम कर युवती की पतासाजी की जा रही थी। विवेचना दौरान उसके अपहरण किए जाने की बात सामने आई। पिता के मोबाइल नंबर पर अपहृता संतोषी विश्वकर्मा के मोबाईल नंबर से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा कॉल कर युवती का अपहरण किए जाने की जानकारी दी। उसने संतोषी को छोड़ने के बदले 15 लाख रूपये की फिरौती मांगी। उसने रकम को उसकी बताई जगह पर लाकर छोड़ने कहा। प्रार्थी ने अपहरण और फिरौती के संबंध में लिखित आवेदन पत्र पेश किया। अब तक गुम इंसान के इस मामले में धारा 364 (क), 365 भादवि जोड़ा गया और अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के दिशा निर्देश पर तत्काल नगर पुलिस अधीक्षक रॉबिंसन गुडिया के नेतृत्व में टीम गठित कर गुम इंसान से अपहृत संतोषी विश्वकर्मा की पतासाजी और आरोपी के धरपकड़ का प्रयास किया जा रहा था। उनके छुपने के संभावित जगहों पर टीम भेज कर गिरफ्त में लेने का प्रयास पुलिस कर रही थी। इस दौरान आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस टीम गठित कर अलग-अलग जगह पाली, पोड़ी, रतनपुर, संकरी और बिलासपुर में दबिश दी गई। पकड़े जाने के डर से आरोपी फरार चल रहे थे और लगातार जगह बदल कर छुप रहे थे। दो माह बाद 28 नवंबर को अचानक सामने आए आरोपी आत्म समर्पण के इरादे से न्यायालय कटघोरा पहुंचे। कोर्ट की अनुमति से पुलिस ने कुल 5 आरोपियों को रिमाण्ड में लिया गया। इनमें पाली थाना अंतर्गत सलिहाभांठा पोड़ी के रहने वाले चार आरोपियों में संदीप भोई पिता पंचराम भोई उम्र 21 वर्ष, विरेन्द्र भोई पिता महेशराम भोई उम्र 19 साल, सुरेन्द्र भोई पिता महेशराम भोई उम्र 21 साल, जीवा राव जाघय पिता कृष्णा राव जाघय उम्र 19 साल और पोड़ी के बनिहार मोहल्ला निवासी सोनू लाल साहू पिता रामेश्वर साहू उम्र 27 साल शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सोनू लाल साहू ने मृतक को गला घोट कर मार डाला था। इसके बाद केराझरिया जंगल में उस ने अपने अन्य चार साथियों संदीप भोई, विरेन्द्र भोई, सुरेन्द्र भोई, जीवा राव जाघय के साथ मिलकर उसकी लाश दफना दी। केराझरिया के जंगल में आरोपियों की निशानदेही पर शव का उत्खनन कर बरामद किया गया। अपहृत युवती के परिजनों ने भी शव के अपनी बेटी संतोषी विश्वकर्मा होने की पुष्टि कर दी है। घटना मे प्रयुक्त गैती फावडा अन्य सामान भी जब्त कर लिए गए हैं। प्रकरण में शव उत्खनन बाद धारा 302, 201,120बी, 376 भादवि शामिल कर विवेचना की जा रही है। आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर पेश किया गया है। इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक मनीष नागर थाना प्रभारी बांगो, उनि महासिंह धुर्वे, सउनि सुकलाल सिदार, प्रआर विरेन्द्र कुमार, आरक्षक गजेन्द्र बिझवार, अनिल पोर्ते, पुरंजन साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही।