0 विश्व आदिवासी दिवस पर बुधवारी स्थित आदिवासी शक्तिपीठ में किया गया था आयोजन।
कोरबा। भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। दिल को झकझोर देने वाली घटनाओं के विभत्स दृश्य सारे देश को लज्जित होने पर मजबूर कर रहे। खासकर महिलाओं के साथ अभ्रद हिंसक हमलों से आदिवासी समुदाय काफी आहत है। इस पर विरोध प्रदर्शित करने के साथ केंद्र सरकार से अविलंब रोक लगाने के उपाय की मांग करते हुए कोरबा में आदिवासी समुदाय ने आक्रोश रैली निकाली। यह रैली बुधवारी स्थिति आदिवासी शक्ति पीठ की ओर आयोजित की गई थी।
मणिपुर की हिंसक घटनाओं और महिलाओं के साथ बदसलूकी के खिलाफ कोरबा में भी विरोध का सिलसिला जारी है। आदिवासी समुदाय ही नहीं बल्कि कोरबा में कई सामाजिक एवं राजनीतिक संगठन भी हर शहर और कस्बे में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आदिवासी समाज द्वारा विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी शक्तिपीठ से आक्रोश रैली निकाली गई। छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा संगठन, छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद, संगठन कोरबा के जिला अध्यक्ष श्रीमती जेबी कारपे के नेतृत्व में हजारों की संख्या में लोग आक्रोश रैली में शामिल हुए। श्रीमती जेबी कारपे ने कहा कि हमारे संवैधानिक अधिकार, देश-प्रदेश में हो रही प्रताड?ा (मणिपुर की विभत्स घटना),आदिवासियों की स्थिति का जीवन्त प्रदर्शन, अमर शहीदों की जीवन्त झांकी, जन प्रतिनिधि की बेबसी 32 प्रतिशत आरक्षण, पांचवी छटवीं अनुसूची क्षेत्र में स्थानीय आरक्षण एवं बस्तर की ज्वलंत समस्या का जीवन्त प्रदर्शन सभी की उपस्थिति में आक्रोश रैली का आयोजन कराया गया। आदिवासी शक्तिपीठ के जिलाध्यक्ष डॉ. एम सिंह कुसरो ने कहा कि मणिपुर में एक बड़ी साजिश के तहत बड़े पैमाने पर बेहद शर्मनाक घटनाएं और हिंसा हो रही है। केंद्र सरकार खामोश है। लगता है कि वह ऐसा कुछ करना ही नहीं चाहती, जिससे मणिपुर में हालात सामान्य हो जाएं। वहां अब तक कई बेगुनाह व्यक्तियों की हत्या हो चुकी है। इस दौरान आदिवासी शक्तिपीठ कोरबा के महासचिव पुनी राम सिदार, छेदू सिंह नेताम, केजाराम गोंड, एके सिदार, सुखराम गोंड़, पवन मरकाम, शंकर लाल सिदार, सर्जन सिंह जगत, श्रीमती सरोज जगत, श्रीमती पार्वती मरावी, श्रीमती सुशीला पोर्ते, भवन कुंवर मरकाम, सीताबाई मरकाम, सागर मार्को, रूपेश जगत, महादेव नेताम, मोहन चेतान, विकास मरकाम, सिमरन गोंड, प्रियंका ध्रुवे, पुष्पा धुर्वे, श्रीमती मनीषा चेतान, गणेश मार्को, पुनीता धुर्वे, श्रीमती बृज कुमारी, कुमारी ज्योति परस्ते, श्रीमती बसंती बाई, श्रीमती पार्वती नेताम, श्रीमती संतोषी सिदार, श्रीमती मनीषा सिदार, श्रीमती सीता मरकाम, श्रीमती अंबाबाई नेताम, कुमारी प्रीति ध्रुव, कुमारी कल्पना गोंड, माखन मरकाम, श्रीमती नीमा टेकाम, परमानंद टेकाम, राजू कुसरो, यशवंत कुसरो, दुर्गेश नेताम, प्रभात मरकाम आदि उपस्थित थे।