कोरबा। अपनो की डांट से नाबालिक लड़की ने घर छोड़ दिया। घर छोड़ने और बचाने की गुहार लेकर जब पुलिस के पास बात पहुंची तब पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मात्र 10 घंटे के भीतर अपनो से मिलवाकर लड़की को बचा लिया।
मामला दर्री थाना क्षेत्र का है, जहां 5 जून की सुबह 09.30 बजे मोबाईल से बातचीत करने से मना करने एवं डाटने पर घर सें बिना बताये घर छोड़ने की सूचना लेकर लड़की को बचाने की गुहार प्रार्थिया ने लगाई। पीड़िता की सूचना पर थाना दर्री में अपराध क्रमांक 151 / 23 धारा 363 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया । पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण भापुसे. के निर्देशन एवं अति० पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक वर्मा रा.पु.से., नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रॉबिन्सन गुडिया भापुसे. के मार्गदर्शन में आधे घंटे में गुम बालिका के मोबाईल नम्बर को सायबर सेल कोरबा से लोकेशन लिया गया और नागपुर महाराष्ट्र में होने की सूचना पर तत्काल थाना से टीम बना कर नागपुर महाराष्ट्र रवाना किया गया।
नागपुर से गुम बालिका को 10 घंटे के भीतर खोज कर कोरबा लाया गया और गुम बालिका को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। बालिका अकेली गई थी और कोरबा पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए त्वरित कार्यवाही किया जिससे घर से अकेली निकली बालिका को सुरक्षित बचा लिया गया।
इनका रहा योगदान
उपरोक्त कार्यवाही में निरी. चमन सिन्हा थाना प्रभारी दर्री, प्र.आर. 348 संतोष तांडी, आर. 40 सलामुददीन, आर. 767 अशोक चौहान, म. आर. 889 शीतला उईके की अहम भुमिका रही।