कोरबा। एकलव्य आवासीय विद्यालय और खेल मैदान के लिए कटघोरा वन मंडल से छह हेक्टेयर जमीन आवंटित करने के मामले में कोरबा कलेक्टर और डीएफओ के बीच हुई तू तू मैं-मैं के बाद जंगल की शेरनी की छुट्टी हो चुकी है। अब उनके स्थान पर जांजगीर के डीएफओ श्रीमती हेमलता यादव को कटघोरा का प्रभार सौपा गया है। श्रीमती यादव इसके पूर्व भी कटघोरा में उप वनमंडलाधिकारी के पद पर कार्य कर चुकी है।
बता दें कि राज्य शासन द्वारा भारतीय वन सेवा के अधिकारियों के प्रशासनिक दृष्टिकोण से तबादले किये गए हैं। इस सूची में 50 अधिकारियों के नाम हैं। CMO छत्तीसगढ़ ने इस पूरी सूची को ट्वीट किया है।कटघोरा डीएफओ की कुर्सी कलेक्टर से विवाद के बाद खतरे में तो था वही माना जा रहा था कि डीएफओ की छुट्टी होगी है। बहरहाल ट्रांसफर के बाद विभागीय कार्यो की जाँच पर किस तरह आंच आती है यह देखने वाली बात होगी।
ये था मामला
दरअसल बीते 17 दिसंबर को कलेक्टर कार्यालय की ओर से कटघोरा वन मंडल की डीएफओ शमा फारूकी को पत्र लिखकर एकलव्य आवासीय विद्यालय, बालक छात्रावास, कन्या छात्रावास, जल आपूर्ति के लिए पाइप लाइन लगाने, खेल मैदान और आवासीय परिसर के लिए कुल छह हेक्टेयर जमीन आवंटित किए जाने की मांग की गई थी। डीएफओ ने नियमों का हवाला देते हुए जमीन देने से मना कर दिया, जिसके बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग में कलेक्टर और डीएफओ के बीच इस मसले पर बातचीत हुई। बात यही बिगड़ी और कलेक्टर-डीएफओ के बीच तनातनी के हालात बन गए।