KORBA गुमास्ता एक्टः नहीं लगता डर…खुली रहतीं है, क्षेत्र विशेष की दुकानें ,बढ़ रही आपराधिक घटनाएं

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प्रतीकात्मक तस्वीर

कोरबा।प्रभावी नहीं है गुमास्ता अधिनियम। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि शहर में कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां व्यापारिक गतिविधियां मंगलवार को भी जारी रहतीं हैं। नियम के पालन से इनकार और सख्त कार्रवाई से दूरी दोनों को समान रूप से जिम्मेदार माना जा सकता है।

महामारी के दिन भी क्या दिन थे। जब सख्ती के साथ गुमास्ता एक्ट का पालन होता था। दुकानें बंद करवाना। समय की पाबंदी और तगड़ा जुर्माना जैसी सजाएं देखी गई थी। अब ऐसे दिन नहीं रहे। कागजों में तो मजबूती से दर्ज हैं गुमास्ता एक्ट लेकिन मैदानी तस्वीर यह बताती है कि मंगलवार के दिन भी कारोबार किया जा सकता है।

मानने से इनकार

मंगलवार। गुमास्ता एक्ट के प्रभावी होने का दिन। इस दिन भी शहर की व्यापारिक संस्थानें खुल रहीं हैं। जो क्षेत्र, नियम के पालन से इनकार कर रहा है उनमें बाजार की बर्तन और कपड़ा दुकानें मुख्य हैं। हटरी बाजार की जूता-चप्पल की संस्थानें भी सूची में आ रहीं हैं। मुख्य चौक और बस स्टैंड में तो यह अधिनियम दिखाई ही नहीं देता। फल-सब्जी की दुकानें रियायत की सूची में शामिल कर ली गई हैं। होटल रेस्टोरेंट और ढाबे को तो नियम की परवाह ही नहीं है।

पालन करवाने वाले पस्त

गुमास्ता एक्ट का सख्ती से पालन करवाने वाली नगर पालिका ने शायद ध्यान देना छोड़ दिया है। मैदानी अमला हालांकि यह कह कर इंकार कर रहा है कि संस्थानों का सहयोग नहीं है। जांच के बाद आगे निकलते ही साइड का दरवाजा खोलकर व्यापारिक गतिविधियां जारी रखी जाती हैं। त्यौहार और पर्व के दिन हैं, इसलिए सख्ती नहीं बरती जा रही है।

अभियान की तैयारी

संस्थानें जिस तरह बंद के दिन कारोबारी गतिविधियां जारी रखी हुई हैं, उसे देखते हुए   निगम  प्रशासन ने बहुत जल्द सघन जांच अभियान चलाने के संकेत दिए हैं। प्रथम चरण में गुमास्ता एक्ट के तहत तय दिवस में संस्थानें बंद रखने की सलाह दी जाएगी। द्वितीय चरण में सख्ती और अर्थ दंड की योजना है।