The Duniyadari: कोरबा- जिले में 02 अगस्त 2025 को घटित एक सनसनीखेज घटना ने पुलिस और प्रशासन दोनों को चुनौतीपूर्ण स्थिति में डाल दिया था। जिला जेल कोरबा से पॉक्सो एक्ट के तहत विचाराधीन चार आरोपी फरार हो गए थे। इनमें दशरथ सिदार (थाना सिविल लाइन), राजा कंवर (चौकी राजगामार), सारण सिक्कू (थाना बालको) और चंद्रशेखर राठिया (थाना श्याम) शामिल थे।
ये चारों आरोपी अलग-अलग मामलों में विभिन्न तिथियों पर जेल दाखिल किए गए थे। सभी पर पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर अपराधों के आरोप थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.) ने तुरंत कड़ी और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
फरार कैदियों की गिरफ्तारी के लिए बनाई गई स्पेशल टीम
पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश ठाकुर और नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। इस टीम में अनुभवी पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और साइबर सेल के सदस्य शामिल किए गए। आठ निरीक्षक और 50 आरक्षकों की दो टीमें बनाई गईं, जिन्हें आरोपियों की तलाश में कोरबा और आसपास के जिलों में भेजा गया।
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कोरबा पुलिस ने चौतरफा दबिश दी। साथ ही, पुलिस अधीक्षक ने घोषणा की कि आरोपियों का पता बताने वाले को ₹10,000 का इनाम दिया जाएगा और उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। इस पहल से जनता में भी जागरूकता बढ़ी और कई स्तरों पर सूचनाएं मिलने लगीं। तीन आरोपी गिरफ्तार, एक अब भी फरार तकनीकी विश्लेषण, गुप्त सूचना और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस को बड़ी सफलता मिली। फरार चार में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया—
सरणा सिंकु (पिता शंकर सिंह, उम्र 26 वर्ष, निवासी लालघाट, मुंडा मोहल्ला, थाना बालको, जिला कोरबा) राजा कंवर (पिता टीकाराम कंवर, उम्र 22 वर्ष, निवासी भुलसीडीह, चौकी राजगामार, जिला कोरबा) — दोनों को रायगढ़ जिले में विशेष टीम ने सुनियोजित घेराबंदी कर पकड़ा। दशरथ सिदार (पिता प्रताप सिंह सिदार, उम्र 19 वर्ष, निवासी पूरी बाहर, नीचे मोहल्ला, रामपुर, थाना सिविल लाइन, कोरबा) — इसे कोरबा शहर में घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया।
तीनों को पुलिस हिरासत में लेकर वैधानिक प्रक्रिया के तहत न्यायालय में पेश किया जा रहा है। चौथे आरोपी की तलाश तेज फरार आरोपी चंद्रशेखर राठिया (थाना श्याम) की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि एक आरोपी की प्रेमिका फरारी में सक्रिय भूमिका निभा रही थी। वह बार-बार पुलिस को गुमराह कर रही थी और झूठी जानकारी दे रही थी, जिससे आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी हुई। पुलिस ने उसके खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है और उसे सहअभियुक्त बनाया गया है। पुलिस की अपील और चेतावनी कोरबा पुलिस ने इस सफलता को संयुक्त प्रयास और सतर्कता का परिणाम बताया। साथ ही, आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें। इससे न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी, बल्कि गंभीर अपराधों की रोकथाम भी हो सकेगी। पुलिस का कहना है कि जेल से फरार होना न केवल कानून के लिए चुनौती है, बल्कि यह समाज की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है। ऐसे मामलों में तकनीकी विश्लेषण, मुखबिर तंत्र और जनता की भागीदारी से ही त्वरित कार्रवाई संभव होती है। प्रशासन और जनता के बीच समन्वय की मिसाल इस मामले में पुलिस की तत्परता, विभिन्न जिलों में दबिश और जनता की सूचना ने साबित कर दिया कि आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ सामूहिक प्रयास ही सबसे प्रभावी हथियार है। अब पुलिस की निगाह चौथे आरोपी पर है और उम्मीद है कि वह जल्द ही गिरफ्त में होगा।