KORBA: जेल भेजने वालों से बदला लेने पिता और भाई ने रची साजिश, अपनी ही बेटी को मारा-पीटा और गैंगरेप होने की झूठी रिपोर्ट लिखाने बनाया दबाव

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0 पुलिस ने पाली थाना क्षेत्र में नाबालिक से कथित गैंगरेप के मामले में जारी किया तथ्य

कोरबा। जान से मारने की कोशिश के एक केस में जेल भेजने वालों के खिलाफ बदला लेने कथित गैंग रेप की साजिश तैयार की गई थी। यह शातिरना प्लान किसी और ने नहीं, बल्कि खुद को पीड़िता बताने वाली नाबालिग के भाई और पिता ने रची। इस बात का खुला उस वक्त हुआ, जब महिला सेल ने किशोरी का बयान लिया। उसने लिखित और कैमरे के साथ कबूल किया कि उसे डराया गया, मारपीट की गई और प्रताड़ित कर पिता व भाई ने उसके साथ गैंग रेप होने की झूठी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराने जबरन दबाव बनाया गया। मामले की सच्चाई उजागर करते हुए पुलिस ने एक जानकारी भी जारी की है।

पुलिस का कहना है कि इस कथि गैंक रेप के मामले में आवेदिका के भाई और पिता के खिलाफ धारा 307 में एफआईआर की कार्यवाही की गई थी। यह कार्यवाही आवेदिका के आवेदन देने से एक वर्ष से अधिक समय पहले हो चुकी है, न कि आवेदिका के द्वारा दुष्कर्म की शिकायत दर्ज करवाने के बाद हुई। आवेदिका के पिता व भाई के खिलाफ 26 अप्रैल 2022 को पाली थाने में धारा 323, 294, 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया था। पुलिस विवेचना के बाद धारा 307 जोड़कर उन्हें पिछले वर्ष ही जेल भेज दिया गया था। जबकि आवेदिका ने इस वर्ष 10 मई 2023 को पाली थाने में लोकल शिकायत दी है। इससे स्पष्ट होता है कि पीड़िता के पिता व भाई के शिकायत लेकर पहुंचने पर पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया है। अपितु उससे एक साल से भी अधिक समय पहले अपराध दर्ज हो चुका है। शिकायत के बाद महिला सेल के महिला पुलिस अधिकारी ने आवेदिका का बयान लिया। उसने आॅन कैमरा लिखित रूप से बताया कि उसके पिता अपने खिलाफ 307 का अपराध दर्ज कराने वाले लोगों से बदला लेना चाहते हैं। इसलिए जेल से छूटने के बाद उसे बार-बार पाली थाना चलने और 354 तथा 376 का झूठा रिपोर्ट लिखवाने के लिए दबाव बनाते हैं। झूठी रिपोर्ट नहीं करने पर मारपीट करते हैं और खुद ही रिपोर्ट लिखवा देने की धमकी देते हैं। आवेदिका ने अपने पिता के द्वारा शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की बात महिला पुलिस अधिकारी के समक्ष दिए गए बयान में कही है। आवेदिका के बयान का वीडियो भी उपलब्ध है। पुलिस अधीक्षक आम जनता की शिकायतें सुनने प्रत्येक कार्यालयीन दिवस में कार्यालय में उपलब्ध रहते हैं। इसके अलावा फोन में भी आम जनता उन्हें अपनी समस्याएं बता सकते हैं। महिला सुरक्षा के प्रति कोरबा पुलिस कृत संकल्पित है।