0 पांच साल पहले गायब हुई सलमा की मर्डर मिस्ट्री सुलझी, ऑपरेशन मुस्कान की मदद से जिला पुलिस ने पाई सफलता, गिरफ्तार किए तीन आरोपी।
कोरबा। कहते हैं प्यार और जंग में सबकुछ जायज है, पर यहां एक प्रेमी ने ही अपनी प्रेमिका को रास्ते से हटाने ऐसा जाल बुना, जिसमें स्वार्थ, लालच और धोखा के औजारों में घायल होकर जघन्य हत्या की शिकार बन गई। हम बात कर रहे हैं उस एंकर सलमा की, जिसे उसके प्रेमी ने ही दर्दनाक मौत दे दी। उसका बेरहमी से गला घोंटकर मार डाला और फिर बड़ी सफाई से उसकी लाश वीराने में दफना कर अपनी आम जिंदगी में फिर से ऐसे शामिल हो गया, जैसे कुछ हुआ ही न हो। पैसे के लेन देन में मनमुटाव से शुरु हुई, यह कहानी चरित्र शंका और उसके बाद कत्ल की वारदात में बदल गई। पांच साल पहले गायब हुई सलमा की लाश तो नहीं मिली, पर उसकी मौत पर से परदा उठ चुका है और उसके हत्यारे अब पुलिस की गिरफ्त में हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कुसमुंडा थाना क्षेत्र से फरवरी 2019 में एक गुम इंसान का मामला आया था। 20 जनवरी 2019 को सलमा सुल्ताना लस्कर के पिता का देहांत हुआ था। अंतिम संस्कार कार्यक्रम में सलमा उपस्थित नहीं हुई। काफी दिनों से सतना के परिजनों का सलमा से संपर्क नहीं हो पा रहा था। अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में सलमा के नहीं आने से परिजनों किसी अनहोनी की आशंका से चिंतित थे और उन्होंने कुसमुंडा थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। इस बीच मार्च 2023 में राज्य स्तरीय आपरेशन मुस्कान में गुम इंसान महिलाओं एवं बच्चों का पता तलाश करने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा था। गुम इंसान सलमा सुल्ताना की केस डायरी का भी बारीकी से अवलोकन किया गया। जिसमें यह बात पता चली कि परिवार के कुछ सदस्यों का बयान लिया जाना शेष है। कथन लेने पर पता चला कि यूनियन बैंक से सुल्ताना द्वारा लोन लिया गया था। इस संबंध में यूनियन बैंक से जानकारी प्राप्त की गई। बैंक से पता चला कि अभी भी बैंक एकाउंट में पैसा डिपोजिट हो रहा है एवं यह पैसा ईएमआई के तौर पर गंगाश्री जिम के मालिक व जिम इंस्ट्रक्टर मधुर साहू द्वारा किया जा रहा है। कुसमंुडा पुलिस द्वारा मधुर साहू का पता तलाश किया गया लेकिन वह अपने सनत पर उपस्थित नहीं था फरार हो गया था। मधुर साहू और गुम इंसान सलमा से संबंधित उनके सभी दोस्तों एवं जान पहचान वाले एवं उनसे जुड़े लोगों का बयान लिया जाना प्रारंभ किया गया। सलमा के 5 वर्ष पूर्व का सीडीआर एनालिसिस किया गया। बयान लेने दौरान दो महिला एवं तीन पुरुषों के कथन में विरोधाभाष सामने आया। इन सबसे कड़ाई से पूछताछ करने पर 21 अक्टूबर 2018 एलआईजी 17 शारदा बिहार में मधुर साहू एवं कौशल श्रीवास के द्वारा सलमा सुल्ताना का गला घोटकर हत्या किया जाना एवं डेड बाडी को अतुल शर्मा की मदद से भवानी मंदिर के सामने कोहड़िया पुल के आस-पास दफनाए जाने की जानकारी प्राप्त हुई। डेड बाडी दफनाया गया है, उनकी
वास्तविक जानकारी सिर्फ तीन लोगों को ही पता थी। प्रारंभिक पूछताछ में मिली जानकारी अनुसार सस्पेक्टेड जगह के आस-पास में सेटेलाईट डेटा, धर्म एवं पेनेट्रेशन राडार मशीन के माध्यम से डेड बाडी के बारे में पता करने का प्रयास किया गया। पर उस स्थान पर वर्तमान में हाईवे बन चुका है। चिन्हित जगह पर आगे की कार्यवाही न्यायालयीन प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद ही किया जाएगा।
सलमा के नाम से लोन लिया और उसी के खाते से भरता रहा किस्त
पुलिस इस मामले में अहम सुराग तब मिला, जब सलमा के नाम पर बैंक से लोन लिए जाने की बात पता चली। प्रथम गवाहों के बयान के आधार पर फरवरी 2019 को सलमा सुल्ताना का हत्या होने का पता चलता है। कुसमुंडा थाने में मर्ग कायम कर शून्य पर सूचना पत्र दर्ज किया गया। मुखबीर की सूचना पर आरोपियों मधुर साहू एवं कौशल को पुलिस कब्जे में लिया गया। उनसे कड़ाई से पूछताछ करने पर आपसी संबंधों में अनबन होने एवं चरित्र शंका के कारण उन्होंने मृतिका सलमा सुल्ताना का गला घोटकर हत्या करना स्वीकार किया। प्रकरण में आरोपी के पास से हार्ड डिस्क एवं लैपटाप जन्ती किया गया है। जिसके तस्दीक करने पर घटना के संबंध में कुछ आडियो क्लिप के बारे में पता चला एवं जिस वाहन से डेड बाडी को दफनाने में उपयोग किया गया था, उसकी जप्ति की जा चुकी है। न्यायालय के समक्ष गवाहों एवं चस्मदीद का धारा 164 के तहत कथन लेखबद्ध किया गया और सोमवार को तीनों आरोपियों की विधिवत गिरफ्तारी की ई है। उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। पकड़े गए आरोपियों में न्यू अमरेापारा निवासी मधुर साहू पिता अजय कुमार उम्र 37 वर्ष, दर्री एरिगेशन कालोनी निवासी कौशल श्रीवास पिता हीरादास श्रीवास का 29 वर्ष, रूमगढ़ा निवासी अतुल शर्मा पिता नरेश शर्मा उम्र 26 वर्ष शामिल हैं। इनके पास से जप्त सामग्री में लैपटाप, डिस्क, चारपहिया वाहन पुलिस ने साक्ष्य के तौर पर कब्जे में लिया है।