कोरबा। नगर निगम की उखड़ती सड़कों को इमल्शन का एनीकट बनाकर बहने से रोका जा रहा है। भ्रष्टाचार की सड़क और अफसर की लापरवाही का खामियाजा आमजनों को एक्सीडेंट व धूल का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर चलने वाले दोपहिया वाहन उखड़ी गिट्टी से स्लिप हो रहे हैं और ऐसे में किसी की मौत हो गई तो इसकी जवाबदेही किस पर तय की जाएगी..ठेकेदार पर या अफसरों पर??जो भी हो इस बार आमजनों के द्वारा किसी तरह की गंभीर स्थिति निर्मित होने पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कही जा रही है।
बता दें कि कुछ समय पहले 9 करोड़ की लागत से बनी सड़कें बारिश में उखड़ने लगी है। उखड़ती सड़क को ठेकेदार और अफसर इमल्शन से बचा रहे है।
पॉवर हाउस रोड हो या निहारिका से कोसाबाड़ी की सड़क बारिश से उखड़े सड़क को बचाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए बाकायदा 10 एमएम गिट्टी की ग्रिपिंग बरकार रखने जगह जगह इमल्शन लगा रहे है। सड़क निर्माण की दुर्दशा को लेकर शहर जनता सोशल मीडिया पर निगम अधिकारियों पर तंज कस जनप्रतिनिधियों को टैग कर रहे है।
हर बारिश में मनाते हैं खराब सड़क का उत्सव
नगर निगम के होनहार अधिकारी और सत्ता पक्ष के नेता के ठेकेदारों की मिलीभगत से बने खराब सड़क का नागरिक हर बरसात में उत्सव मानते है। पिछले वर्ष उखड़े सड़क को लेकर सोशल मीडिया पर “देख रहा है विनोद”…ट्रेंड कर रहा था और इस साल घाव में मरहम की जगह लगाई जा रही पट्टी के नाम से ट्रेंड हो रहा है।