Korba: बैंक ऑफ बड़ौदा ने पूरा किया उत्कृष्ट बैंकिंग सेवा का स्वर्णिम सफर, मनाया गया 116वां स्थापना दिवस

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कोरबा। बैंक ऑफ बड़ौदा ने बुधवार को अपना 116वां स्थापना दिवस मनाया। टीपी नगर शाखा के मैनेजर चक्रधर कंवर ने बताया कि बीओबी देश में सार्वजनिक क्षेत्र का तीसरा सबसे बड़ा बैंक है। 20 जुलाई 1908 को बड़ौदा के तत्कालीन महाराजा सर सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय द्वारा गुजरात की रियासत बड़ौदरा में इसकी स्थापना की और अपने भरोसे और उत्कृष्ट सेवाओं के बूते लाखों ग्राहकों का विश्वास जीतते हुए यह देश का सबसे लोकप्रिय व भरोसेमंद बैंक बना। बैंक ऑफ बड़ौदा की देश में संचालित शाखाओं की संख्या 9600 से अधिक है, जिनमें 79,806 से अधिक कर्मचारी कार्यरत रहते हुए देशभर के नागरिकों को उतकृष्ट बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने में जुटे हुए हैं।

ट्रांसपोर्ट नगर ब्रांच के सहायक मैनेजर सुप्रित बनर्जी ने कहा विदेशों में इसकी शाखाओं की संख्या 93 और लेन-देन की त्वरित सुविधा प्रदान कर रहे कुल एटीएम 13000 से अधिक हैं। स्थापना दिवस के इस अवसर 20 जुलाई को आयोजित समारोह के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह बैंक विभिन्न शाखाओं के माध्यम से *various Products and Financial Services* से लेकर कंपनियों और फुटकर ग्राहकों की निरंतर सेवाएं प्रदान कर रहा है।
116 वर्षों की यात्रा के रूप में एक लम्बा सफर तय किया है, जिसमें सभी ग्राहक हमारे साथी रहे हैं, जिन्होंने सफलता के इस मुकाम को हासिल करने में अपना महत्वपूर्ण और अनुकरणीय योगदान अर्पित किया है।
भारत सरकार द्वारा अन्य 13 वाणिज्यिक बैंकों के साथ 19 जुलाई 1969 को राष्ट्रीयकरण कर, लाभ कमाने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (PSU) के रूप में निर्धारित किया गया। आगे भारतीय बैंकिंग क्षेत्र को मजबूत करने के लिए भारत सरकार ने तीन प्रमुख बैंकों की बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक व देना बैंक की विलय की घोषणा कर 1 अप्रैल 2019 को विलय लागू कर दिया गया। आज वृहद रुप से अपने विभिन्न उत्पादों के साथ ग्राहकों को निरंतर सेवाएं प्रदान कर रहा हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने सभी ग्राहकों से अनुरोध किया है कि खुशी की इस अनुपम घड़ी में हर्षित होकर वे भी उनके 116 वर्षों के गौरवाशाली इतिहास को सेलिब्रेट करने का उत्साह प्रदान करें।