Korba : ये पब्लिक है सब जानती हैं: विधायक प्रत्याशी के पार्षद भाई खुद लेटर लिखकर पटवा रहे राख, अब मंत्री पर फोड़ रहे ठिकरा

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कोरबा। शहर बड़ी आबादी सालों से ताप संयत्रों से निकलने वाले राखड़ की समस्या से जूझ रही है। अब यही फ्लाईएश चुनावी मुद्दा बन चुका है। यहां के राजनीतिक दलों के रसूखदार चेहरों को जनता की सवाल का जवाब नहीं सूझ रहा है।

ताजा मामला शहर के कोहड़िया का है, जहां भाजपा विधायक प्रत्याशी के पार्षद भाई का है जो खुद लेटर लिखकर राख फिलिंग करा रहे हैं और अब जनता के बीच अपनी साख बचाने राख के सारा ठिकरा मंत्री के ऊपर फोड़कर श्रेय मतदाता को रिझाने की कोशिश में लगे हैं।

 

बता दें कि भाजपाई पार्षदों और भाजपाई ठेकदार मिलकर वार्डो राख पटवा रहे हैं और अब जनता के बीच राख को मुद्दा बनाकर जनता के हितैषी बनने का ढोंग रच रहे है। बात भाजपा पार्षद नरेंद्र देवांगन के वार्ड चारपारा की है।

बता दें विधायक प्रत्याशी के भाई देवांगन खुद सीएसईबी को चिट्ठी लिखकर मैदान में राख फिलिंग कराने का अनुरोध किया था। ये हम नही स्वयं पार्षद महोदय कह रहे है, साथ में वे यह कह रहे है कि राख सड़क किनारे फेंकने के लिए नहीं। सच तो ये है कि साकेत नगर के पार्षद भी भाजपाई है उनके भी वार्ड में राख फेंका जा रहा है।

यही नहीं रिसदी के पार्षद भी भाजपाई है जिनके क्षेत्र में भर भरकर राख फेंका जा रहा है। कहा तो यह भी जा रहा है ज्यादातर राख ट्रांसपोर्टर भाजपाई है जो भाजपाईयों के वार्ड में राख फेंककर कांग्रेस सरकार के साख में बट्टा लगाने का काम कर रहे हैं।

 

हां मैंने लिखा था सीएसईबी को लेटर- देवांगन

वार्ड पार्षद नरेंद्र देवांगन के सेल फोन नंबर 98271 14908 पर बात करने पर कहा कि मैंने चारपारा में मैदान समतलीकरण के लिए सीएसईबी को चिट्ठी लिखा था। जिससे मैदान का उपयोग किया जा सके। मैदान में तो राखड़ पट गया लेकिन ट्रांसपोर्टर सड़क किनारे के सभी खाली जमीनों पर राख डंप कर प्रदूषण फैला रहे है।

जगह जगह राखड़ फेंकने को लेकर मंत्री ने अफसरों को लगाई थी फटकार

कोरबा जिले के भिलाई खुर्द में सड़क किनारे राखड़ का पहाड़ खड़ा करने को लेकर नाराज मंत्री और क्षेत्र के विधायक जयसिंह अग्रवाल ने मौके पर एडिशनल कलेक्टर, एसडीएम तहसीलदार और नगर निगम आयुक्त की क्लास लगाई और सभी फाइल मौके पर देखकर असफरो को निर्देश दिया था।

उन्होंने कहा था अगर कोई प्राइवेट जमीन पर इच्छा से डलवाना चाहता है तो उसकी इच्छा है। सरकारी जमीनों पर राखड़ भरने का प्रावधान है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है मिट्टी खोद कर पहाड़ बना दो. जो काम कर रहा है जिसका भी ये राखड़ है उसको चेतावनी है। इस गलत काम से अवैध काम से दूर हट जाए, जो भी अधिकारी पैसा खाकर परमिशन देते है कोयला की ट्रक शहर से गुजर रही है उनको हमने बंद करने का निर्देश दिया था।