कोरबा। कौनकहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों…! इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है बालको के शशांक शेखर पांडेय ने। सामान्य परिवार में पले बढ़े शशांक ने 12 वीं की परीक्षा में 93 फीसदी अंक हासिल कर न सिर्फ जिले का मान बढ़ाया है बल्कि उन्होंने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। वही सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने 10 वीं के गौरव पांडेय ने 96.33 अंक लेकर प्रथम स्थान हासिल किया हैं।
बता दें कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर ने बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम जारी कर दिया है। जिले से एक भी विद्यार्थी ने टॉप टेन में जगह नही बनाई हैं। एमजीएम स्कूल बालको में अध्ययनरत शशांक शेखर पांडेय ने 93 फीसदी अंक प्राप्त कर जिले भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उनके पिता धर्मेंद्र कुमार पांडेय दिवंगत हो चुके हैं। दादा शिव बहादुर पांडेय के सानिध्य में रहकर उन्होंने पढ़ाई की है। दादा जी का कहना है कि शशांक डॉक्टर बनना चाहता है 17 जुलाई को होने वाली नीट की परीक्षा के तैयारी के लिए वह इलाहाबाद गया है।उच्चतम अंक हासिल करने के लिए उसने प्रति दिन 8 घंटे पढ़ाई को वरीयता दी है। परिणामस्वरूप उसने जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है।
इसी तरह कक्षा 10 वी के छात्र गौरव पांडेय जो कि सरस्वती हायर सेकेंडरी में अध्ययनरत है ने 96.33 अंक प्राप्त कर हाई स्कूल परीक्षा में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।