कोरबा। स्कूल खुलने से पहले परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और यातायात पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से आज 85 स्कूल बसों की जांच की गई। बसों की जांच के दौरान बस चालको का नेत्र और स्वास्थ परीक्षण किया गया।
बता दें कि नए शिक्षण सत्र की शुरुआत के पहले यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के संयुक्त दल ने जिले में संचालित निजी स्कूलों की बसों की जांच के लिए शिविर लगाया। रविवार को आयोजित शिविर में कुल 85 स्कूली बसों की जांच की गई। जांच के दौरान सभी बस सही मिले, उनके कांच पर ओके का स्टीकर चस्पा किया गया। ताकि इससे यह पता चल सके कि इन स्कूली बसों में कोई खामी नहीं हैं और बच्चों के लिए सुरक्षित हैं। ओके का स्टीकर लगे बसों को जांच के लिए नहीं रोका जाएगा और जिनमें स्टीकर नहीं लगा होगा, उन्हें रोककर जांच की जाएगी। स्कूली बसों की जांच के दौरान बस में लगे स्पीड गवर्नर और वाहन में रखे फर्स्ट एड बॉक्स को चेक किया गया।
स्कूल बस संचालकों को करना होगा गाइडलाइन का पालन
पीजी कॉलेज में चल रहे स्कूल बस के निरीक्षण के दौरान यातायात डीएसपी शिव चरण सिंह परिहार ने कहा कि सभी स्कूल बस संचालकों को शासन के गाइडलाइन का पालन करना होगा। बस में खामियां पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी। बसों की जांच कर रहे परिवहन विभाग के सब इंस्पेक्टर अरविंद प्रजापति ने कहा कि बस की स्पीड निर्धारित गति से न हो इसका ध्यान रखे नही तो हमें नियम का मान रखना पड़ेगा। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर लोमस लकरा ने बस चालको का स्वास्थ्य परीक्षण कर समय समय नेत्र परीक्षण कराने की सलाह दी। इस कार्यक्रम में यातायात विभाग के एएसआई मनोज राठौर, टिकेश्वर साहू, अजय राजवाड़े, राकेश साहू उपस्थित रहे।