KORBA: हॉस्पिटल : अप्रशिक्षित स्टॉफ.. और कितने मरीजों की जान से खिलवाड़…?..

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कोरबा। शहर के एक निजी हॉस्पिटल का  कारनामा हमेशा शहर में चर्चा का कारण बनता है। हॉस्पिटल प्रबंधन अब कारपेंटरो की भर्ती निकालकर सुर्खियों में है, लोग तो यह कहने भी लगे है साहब अब सफेद सूट में लूट के लिए टेलर भी रखने वाले है।

बता दें कि  शहर के एक निजी हॉस्पिटल के संचालक कभी इलाज के नाम पर लूट की तो कभी शहर में जमीन खरीदी को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। अब उनका प्रबंधन अपने विज्ञापनों के कारण सुर्खिया बटोर रहा है। चर्चा भी जायज है क्योंकि हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से जारी विज्ञापन में कारपेंटर और टेलर की  भी भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया है।

इसके साथ ही और भी कई पोस्ट के लिए ऑफर दिया गया है लेकिन यह चर्चा का विषय है कि लगभग हर महीने दो महीने में इस प्रकार कर्मचारियों की भर्ती क्योंकर होती है ? क्या कारण है कि लोग टिक नहीं पा रहे ? क्या नए कर्मचारियों की हर बार बदलाव होने से उनके अप्रशिक्षित होने से मरीजों की जान खतरे में नही पड़ेगी ? किसी मरीज की अगर अप्रशिक्षित स्टाफ के कारण जान चली जाती है तो जिम्मेदारी किसकी होगी ?

यहां पर यह भी उल्लेखनीय है कि इनके द्वारा जिन पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं उसमें किसी भी post के लिए शैक्षणिक योग्यता का स्तर क्या होगा, इसका कोई उल्लेख नहीं है।

पूर्व में कोरबा न्यायालय के द्वारा अप्रशिक्षित स्टाफ की चूक से एक अकाल मृत्यु के संबंध में FIR दर्ज करने का आदेश पुलिस प्रशासन को दिये जाने के कारण हॉस्पिटल वैसे भी सुर्खियों में टॉप ट्रेंडिंग कर रहा है।