भोपाल- राजधानी में पूर्व सेना अधिकारी ने जमीन बेचने के नाम पर 63 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। पूर्व सेना अधिकारी ने बिल्डर से पहले अनुबंध कर एडवांस राशि के रूप में 63 लाख रुपये ले लिए, इसके बाद वही जमीन किसी दूसरे को बेच दी। बिल्डर को यह जानकारी मिली तो उसने कोलार थाने में शिकायत की।
पुलिस ने जांच के बाद आरोपित सेना अधिकारी, उसकी पत्नी और बेटे के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया है। एएसआइ मनोज शर्मा ने बताया कि आरके सिंह सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं और वर्तमान में अपने परिवार के साथ अलीगढ़, उप्र में रहते हैं। वे पहले भोपाल में पोस्टेड थे, यहां कोलार इलाके में विराशा हाइट्स के पास उनकी पत्नी के नाम पर 10 हजार 450 वर्गफीट जमीन थी। 2012 में आरके सिंह ने उसी जमीन का सौदा एक करोड़ चार लाख रुपये में बिल्डर कपिल कुमार से किया था। कपिल श्यामला हिल्स में रहते हैं और जीवी इन्फ्राटेक नामक कंपनी संचालित करते हैं।
दो साल बाद दोबारा हुआ था अनुबंध
सौदे पर आधारित अनबुंध के अनुसार कपिल ने बयाने की राशि के रूप में अप्रैल 2012 में 21 लाख रुपये कैश और चैक के माध्यम से दिए थे। बाकि राशि कपिल को तीन महीने में आरके सिंह, माया और उनके बेटे के खाते में भेजनी थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका। जिसके बाद दोनों पक्षों ने सहमति से इस सौदे को लेकर 2014 में भी एग्रीमेंट किया था।
पुलिस ने बताया कि इसमें उसने करीब 42 लाख रुपये और दिए, जिससे राशि कुल 63 लाख हो गई। लेकिन बिल्डर ने एक बार फिर समय पर राशि नहीं दी, इससे अनुबंध रद्द हो गया, लेकिन पूर्व सेना अधिकारी ने रुपये वापस नहीं किए। पूर्व सेना अधिकारी ने 2021 में उस जमीन को एक अन्य व्यक्ति को बेच दिया।
इसकी जानकारी मिलने पर बिल्डर ने शिकायत की, लंबी जांच के बाद पुलिस ने पूर्व सेना अधिकारी, उसकी पत्नी और बेटे पर प्रकरण दर्ज किया। इस मामले को लेकर आरके सिंह ने कहा कि एफआइआर झूठी है। बिल्डर ने मनगढ़ंत राशि पुलिस को बताई है, जो राशि उसने हमें दी थी, हमने वह वापस कर दी थी।