छतरपुर। Political Breaking : डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा देने वाली देने वाली निशा बांगरे एक बार फिर चर्चा में हैं, दरअसल निशा ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि वे आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में नामांकन भरेंगी और चुनाव भी लड़ेंगी।अगर सरकार या किसी ने भी उन्हें रोका तो वे आमरण अनशन करके अपने प्राण त्याग देंगी। खबर है कि निशा बांगरे बैतूल की आमला सीट से चुनावी मैदान में दांव खेल सकती हैं।
प्राण त्यागने की चेतावनी
निशा बांगरे ने कहा है कि कुछ भी हो जाए वे विधानसभा चुनाव में नामांकन भरेंगी और चुनाव भी लड़ेंगी। अगर तब भी उनका नामांकन जानबूझकर खारिज किया जाता है, या उन्हें चुनाव लड़ने से रोका जाता है तो वह आमरण अनशन पर बैठेंगी। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वे आमरण अनशन कर अपने प्राण त्यागना पसंद करेंगी, लेकिन अपने उद्देश्य से नहीं भटकेंगी। बता दें निशा बांगरे ने ये बाते एक वीडियो जारी कर कही है.
बता दें छतरपुर की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन सरकार ने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। जिसके बाद उन्हें बड़ा झटका लगा था। उन्होंने इस आदेश को कोर्ट में चैलेंज करने की बात भी कही थी। बता दें कि धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए छुट्टी नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने 22 जून को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
निशा बांगरे ने कहा है कि” जब मैंने न्याय के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तब से मुझे अलग-अलग तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है। मुझे या कहा जाए कि एक दलित महिला अधिकारी को जैसे प्रताड़ित किया जा रहा है। इससे पूरा दलित, आदिवासी समुदाय और महिलाओं समुदाय आक्रोश में है।”
किस पार्टी से लड़ेगी चुनाव
निशा बांगरे ने वीडियो जारी तो किया है, लेकिन उन्होंने इस वीडियो में ये नहीं साफ किया है कि वे किस सीट से विधानसभा चुनाव में ताल ठोकेंगी। इसी के साथ अभी इस बात से भी पर्दा नहीं उठा है कि निशा किसी पार्टी से चुनावी मैदान में उतरेंगी या फिर वे निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने आज अपने वीडियो मैसेज से आमला की जनता को यह स्पष्ट संदेश दे दिया कि वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने वाली हैं, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी, माना जा रहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली हैं।
गृह प्रवेश को लेकर सुर्खियों में आईं
आपको बता दें निशा बांगरे चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करने के बाद सुर्खियों में आईं थी। इसके बाद 25 जून को बैतूल आवास के गृह प्रवेश करने की छुट्टी मांगी थी, जो उन्होंने नहीं मिली थी। जिसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, और बिना परमिशन गृह प्रवेश कार्यक्रम में पहुंच गईं थी। निशा बांगरे के गृह प्रवेश के कार्यक्रम के साथ अंतरराष्ट्रीय सर्व धर्म शांति सम्मेलन का आयोजन भी किया गया था। जिसमें राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर (Political Breaking) पर मेहमान पहुंचे थे।