नई दिल्ली। Political News: निर्वाचन आयोग द्वारा हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित किए जाने के बाद से इन विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल सहित क्षेत्रीय पार्टी में चुनावी वायदों का दौर भी शुरू हो चुका है और सभी राजनीतिक दलों की ओर से जनता को लुभाने के लिए घोषणा पत्र जारी कर जनता बीच जा रहे हैं।
Political News: राजनीतिक दलों की ओर से किए जाने वाले चुनावी वादे इन दिनों इलेक्शन कमीशन की नजर पर हैं। आयोग ने एक ऐसा प्रस्ताव रखा है जिसमें कहा गया है कि हर एक पार्टी को इसकी डिटेल भी बतानी होगी कि वह अपने चुनावी वादे को पूरा करने के लिए धन कहां से हासिल करेगी।
Political News: बता दें कि इस प्रस्ताव का समर्थन केवल भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल ने ही किया है। कांग्रेस ने इस प्रस्ताव को गैर-जरूरी व अव्यवहारिक करार दिया है और चुनाव आयोग से इसे लेकर सवाल भी किए हैं। कांग्रेस ने यह पूछा कि अगर कोई दल अपने चुनावी वादे को पूरा नहीं कर पाता है तो इस कानून को कैसे लागू किया जाएगा।
Political News: कांग्रेस ने इलेक्शन कमीशन को भेजे अपने जवाब में कहा कि चुनावी वादों को पूरा करना राजनीतिक इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है। साथ ही किसी भी मामले में झूठे वादों का पर्दाफाश तो हो ही जाता है।