रायपुर– छत्तीसगढ़ के रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उप चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर भाजपा की तैयारी जोरों पर है और अपनी जीत का दावा कर रही है. इसी कड़ी में उपचुनाव को लेकर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मीडिया से बातचीत की और विपक्ष के आरोपों पर पलटवार किया है.
विधानसभा उप चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा में व्यक्तिगत किसी की इच्छा नहीं होती. बृजमोहन अग्रवाल बहुत वरिष्ठ नेता है, लेकिन उन्होंने कभी अपनी इच्छा व्यक्त नहीं की. उनका मार्गदर्शन और सुझाव मिलता रहा है. इस उप चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल का अनुभव बहुत बड़ा कारगर सिद्ध होगा. रायपुर दक्षिण भाजपा का पारंपरिक सीट है. बृजमोहन अग्रवाल रिकार्ड मतों से जीतते आए हैं अब हम और इससे आगे बढ़ेंगे. मुझे लगता है डबल इंजन सरकार के लिए जनता पूरी तरह तैयार है.
प्रदेश में रेलवे सेवाएं होंगी बेहतर
छत्तीसगढ़ में ट्रेनों के रद्द होने को लेकर कहा- जिस तरीके से रेल की दुर्घटनाएं हो रही है, पटरी की मरम्मत और और रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है. इस वजह से रेल परिचालन बाधित हो रहा है. 2047 तक विकसित भारत बनाना है. प्रधानमंत्री ने कहा है इसमें रेलवे का भी अहम योगदान होगा. आने वाले दिनों में रेलवे की सुविधा बेहतर होगी.
कांग्रेस की मोइली कमेटी पर साधा निशाना
वहीं उन्होंने कांग्रेस की मोइली कमेटी के रिपोर्ट पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस एक्सपेरिमेंट कर रही है. वे पैदल चल रहे हैं, नए स्टंट बाजी कर रहे हैं. इनके हाथ कुछ नहीं लगा, अब भी कुछ नहीं लगेगा.
अमरजीत भगत के बयानों पर स्वास्थ्य मंत्री का पलटवार
कांग्रेस के स्वतंत्रता दिवस पर कोई बड़ी घोषणा नहीं करने के आरोप पर स्वास्थ्य मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि डबल इंजन सांय-सांय काम करने वाली सरकार है. हम घोषणा करने वाली सरकार नहीं है. 100 दिन के अंदर हमने बहुत काम करके दिखा दिया. हम काम करते हैं, कोई घोषणा नहीं करते हैं.
आदिवासी मुख्यमंत्री के नाम पर कांग्रेस सदैव मौन : स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल
आदिवासियों की उपेक्षा किए जाने वाले अमरजीत भगत के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है. अमरजीत का कांग्रेस में भी कोई पूछ नहीं हो रही है. सुर्खियों में रहने के लिए कुछ भी बयान बाजी करते रहते हैं. हमारे पास साक्षात आदिवासी मुख्यमंत्री हैं और यह कहना कि आदिवासियों की अपेक्षा हो रही है यह समझ से परे है. कांग्रेस केवल बोलते रह गई, आदिवासी मुख्यमंत्री के नाम पर सदैव मौन रही.