अयोध्या. रामनगरी अयोध्या में प्री मानसून की हल्की बारिश से ही अब विकास की पोल खुलने लगी है. राम मंदिर के उद्घाटन से पहले ही बनकर तैयार हुआ रामपथ पहली ही बारिश में कई जगह धंस गया. रामनगरी के प्रवेश द्वार सआदतगंज से लेकर नयाघाट के बीच करोड़ों की लागत से नवनिर्मित रामपथ प्री-मानसून बरसात भी नहीं झेल सका. यह जगह-जगह पर धंस गया है और इसके किनारे जलभराव भी हो गया है.
सआदतगंज से लेकर नयाघाट लता चौक तक करीब 13 किमी लंबे रामपथ पर गहरी सीवर लाइन डलवाने वाले जल निगम नगर इकाई की कलई भी खोल दी. बारिश के कारण रामपथ पर एक दर्जन से अधिक स्थानों पर सड़क पर बने बड़े चैम्बरों वाली सड़कें धंसने से कई घंटे यातायात प्रभावित हुआ. हालांकि सुबह बारिश रुकने के बाद लोक निर्माण विभाग ने आनन-फानन में पत्थर की गिट्टियां डलवाकर सभी गड्ढों को पटवा दिया.
बरसात में क्या होगा?
बरसात का पानी रामपथ के किनारे बने नाले में न जाकर घरों व दुकानों में भर रहा है. गोदनहर का पुरवा के पास सर्विस लेन क्षतिग्रस्त हो गई और राठहवेली में इमामबाड़ा के पास रोड धंस गई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीती 30 दिसंबर को पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया था. रविवार को हल्की बरसात में इसकी चहारदीवारी भी करीब 20 मीटर ढह गई. पहली बरसात भी नहीं झेलने वाले निर्माण पर अब उंगली उठ रही है. लोग कह रहे हैं कि अभी से यह हाल है तो बरसात लगने पर क्या होगा?
वहीं, इसे लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है. यूपी कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि अयोध्या में भाजपा ने राम मंदिर से लेकर वहां के विकास कार्यों में खूब भ्रष्टाचार किया है! जिसकी पोल अब परत दर परत खुलनी शुरु हो गई हैं! क्या कोई रामभक्त राम के नाम पर लूट कर सकता है?