रायपुर। RathYatra 2024 : भगवान जगन्नाथ इलाज के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए हैं। वह देवस्नान पूर्णिमा के दिन विशेष स्नान के कारण बीमार हो गए थे। पुजारी द्वारा उन्हें सुबह शाम काढ़ा पिलाया जा रहा था। मंदिर के मुख्य पुजारी गोविंद पाढ़ी लगाए 15 दिनों तक भगवान की सेवा में लगे रहे। स्वस्थ होने के बाद भगवान जगन्नाथ रविवार से आम भक्तों को दर्शन देने लगे।
भगवान जगन्नाथ 108 घड़े पानी से स्नान के बाद बीमार हो गए थे। 15 दिनों तक पंडितों ने सेवा की। काढ़ा पिलाया। काली मिर्च और अदरक के पेड़े से भगवान की सेवा की गई। अब भगवान स्वस्थ हो गए हैं।18 जून को नेत्रोत्सव मनाने के साथ ही भक्तों के लिए भगवान के मंदिर का पट खुल गया है।मंदिर पर नया ध्वज मंदिर के पुजारी द्वारा चढ़ा दिया गया है। 19 जून को भगवान के नवयौवन रूप की पूजा-अर्चना की जाएगी। भगवान भक्तों को दर्शन देंगे। वहीं भगवान के रथ की प्रतिष्ठा 19 जून की शाम 6 बजे की जाएगी। 20 जून को रथयात्रा निकाली जाएगी।जानकारी मिली कि भगवान की यात्रा के लिए 16 फीट लंबा, 17 फीट ऊंचा और 12 फीट चौड़ा रथ तैयार कर लिया गया है।भक्त भगवान का रथ खीचेंगे, इसलिए 101 फीट की रस्सी भी तैयार की जा रही है। नेत्रोत्सव के लिए मंदिर में की गई तैयारी। जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा के दौरान महाप्रसाद कनिका बांटा जाएगा। यहां पहले 1 क्विंटल चावल का बंटता था। भक्तों की संख्या को देखते हुए इस वर्ष यह 5 क्विंटल चावल, काजू, किसमिस, लौंग, इलायची, चीनी, हल्दी से बने कनिका का वितरण किया जाएगा।दोपहर 1 बजे होगी छेरापहरा की रस्म गुंडिचा यात्रा में छेरापहरा की रस्म दोपहर 1 बजे बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय पूरी करेंगे। दोपहर 2 बजे से रथ यात्रा शुरू होगी। 28 जून को भगवान की घर वापसी के लिए बहुड़ा यात्रा निकलेगी। भगवान रुठी हुई माता लक्ष्मी को मनाते हुए अपने घर वापसी करेंगे। मंदिर में उन्हें विधिपूर्वक स्थापित किया जाएगा।
मंदिर से निकलने वाली रथ यात्रा 171 साल पुरानी है। कोरोना के समय दो साल यात्रा नहीं निकली। पहले यह यात्रा सदर बाजार पराशर मंदिर से बैल गाड़ी पर निकलकर सदर बाजार, गोंड़पारा सीता राम मंदिर होते हुए खाटू श्याम मंदिर पहुंचती थी। फिर मध्य नगरी चौक होते हुए मंदिर लौटती थी। इस बार विश्व हिंदू परिषद ने इस बार जगन्नाथ यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। इस बार बैठक कर निर्णय लिया गया है कि रथ पर भगवान जगन्नाथ सवार होकर निकलेंगे।भक्तों से अपील की जा रही है कि भगवान का रथ खिंचने शामिल हों। रथयात्रा रेलवे क्षेत्र के जगन्नाथ मंदिर से निकलकर तितली चौक, रेलवे स्टेशन, तारबाहर, गांधी चौक, तोरवा थाना काली मंदिर होते हुए गुंडिचा मंदिर पहुंचेंगी। इसी रास्ते से बहुड़ा यात्रा 28 जून को निकलकर मंदिर पहुंचेगी। इसके बाद फिर से भगवान का दरबार भक्तों के लिए खुल जाएगा।