नई दिल्ली।पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. लेकिन बाड़ेबंदी का दौर इससे पहले ही शुरू हो गया है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा, दोनों दलों को सरकार बनाने की आस है. यही कारण है कि विधायकों को हॉर्स ट्रेडिंग यानी खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए तीन चार्टर प्लेन बुक करवाए गए हैं.
कांग्रेस की रणनीति
प्रदेश का सत्ताधारी दल कांग्रेस अपने विधायकों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी में है. दरअसल, कांग्रेस के लिए बेंगलुरु बाड़ेबंदी के लिए सबसे मुफीद जगह है. इसका कारण ये है कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है. राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की कई बड़े होटलों में हिस्सेदारी है, लिहाजा विधायकों की ठहरने की व्यवस्था भी हो जाती है. शिवकुमार को रिसोर्ट पॉलिटिक्स में माहिर माना जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने 72 सीटों वाला चार्टर प्लेन बुक कराया है.
भाजपा की रणनीति
भाजपा को भी उम्मीद है कि उनकी पार्टी छत्तीसगढ़ में जीत दर्ज कर सकती है. यही कारण है कि पार्टी ने बाड़ेबंदी करने का फैसला किया है. माना जा रहा है कि विधायकों को रिजल्ट के तुरंत बाद दिल्ली बुला लिया जाएगा. यहां पर पार्टी के बड़े नेता पहले से मौजूद रहेंगे, जो विधायकों को मैनेज करेंगे.
काउंटिंग के लिए तैयार निर्वाचन आयोग
दोनों दलों के हाईकमान ने प्रदेश स्तर के बड़े नेताओं को प्रत्याशियों पर नजर रखने के लिए कहा है. गौरतलब है कि राज्य में 90 सीटों पर 7 और 17 नवंबर को वोटिंग हुई थी. बहुमत का आंकड़ा 46 सीटे हैं. 3 दिसंबर को नतीजे आने हैं. निर्वाचन आयोग ने कड़ी सुरक्षा के बीच काउंटिंग कराने की बात कही है. काउंटिंग वाले दिन बिना प्राधिकार पत्र के किसी व्यक्ति को मतगणना कक्ष में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.