कोरबा। कटघोरा नगर पालिका में अभी चुनाव को लगभग 1 वर्ष बचा है लेकिन कटघोरा नगर पालिका में इस समय राजनीतिक सियासत अपने चरम पर है। यहां के भारतीय जनता पार्टी के 7 पार्षद समेत एक अन्य पार्षद ने नगर पालिका अध्यक्ष रतन मित्तल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 8 पार्षद आज जिला कलेक्टर के पास अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन जमा किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी के 7 पार्षद सहित 1 अन्य पार्षद ने मिलकर कांग्रेस पार्टी के नगर पालिका अध्यक्ष रतन मित्तल पर सीधा आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव में बताया कि नगर पालिका अध्यक्ष रतन मित्तल द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को रोकने के साथ उन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है और बताया कि शासन के पैसे का लगातार अध्यक्ष द्वारा दुरुपयोग करते हुए नगर के विकास में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है। सभी 8 पार्षदों के द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष के विरुद्ध छत्तीसगढ़ अधिनियम 1961 की धारा 43 (क) के अंतर्गत अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।
नगर पालिका परिषद कटघोरा में बीजेपी के 7 पार्षदों समेत 1 अन्य पार्षद द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष रतन मित्तल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगाने से कटघोरा नगर में राजनीतिक सियासत गरमा गई है। अविश्वास प्रस्ताव लाने से नगर में यह चर्चा का विषय बन गया है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या बीजेपी द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर क्या परिवर्तन होगा यह अपने आप मे लोगों के लिए एक प्रश्न बनकर रह गया है?
ज्ञापन सौंपने के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ राजीव सिंह, कटघोरा नगर पालिका के भाजपा पार्षद बजरंग लाल पटेल, श्रीमती अर्चना अग्रवाल, आत्मा नारायण पटेल, श्रीमती ममता अग्रवाल, मुरली साहू, शरद कुमार अग्रवाल, शैल आर्मो के साथ-साथ निर्दलीय पार्षद किशोर दिवाकर उपस्थित रहे।