The government changed: क्या बदलेंगे सिपहसालार, पवन देव-अरुण देव या कल्लूरी, शुरू हुई डीजीपी पद की सरगर्मी…अब कौन बनेगा सेनापति

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कोरबा। सत्ता की सरगर्मी तो शांत हो गई पर सरकार का इंतजार जारी है। इसके साथ ही …”वचन ही है शासन” की उक्ति को धरातल पर काबिज करने के लिए अनुशासन की कसौटी सबसे महत्वपूर्ण है। अब इस बार की गहमागहमी प्रशासनिक गलियारों में महसूस की जा सकती है कि सरकार बदलने के बाद लॉ एंड ऑर्डर की कमान किसके हाथों में जाएगी। उड़ती खबरों पर गौर करें तो छत्तीसगढ़ पुलिस महकमें के सबसे आला पोस्ट यानी डीजीपी के लिए कुछ चुनिंदा चेहरे वायरल हो रहे हैं। सोशल मीडिया के विशेषज्ञों ने इस रेस में आईपीएस एसआरपी कल्लूरी, पवन देव और अरुण देव शामिल किया है। कल क्या होगा ये तो कल ही पता चलेगा पर आज जरा स्टाइल से आनंद के साथ ये सवाल पूछना बड़ा रोमांचक लग रहा है कि…

“बदल गई सरकार, बदलेंगे सिपहसालार, पवन देव-अरुण देव या कल्लूरी,…अब कौन बनेगा छत्तीसगढ़ में लॉ एंड ऑर्डर का सेनापति?”

 

छत्तीसगढ़ शासन पुलिस को मजबूत करने के साथ महकमे को जनता के लिए और अधिक अनुकूल बनाने हर पल सहायक रही है। इसी कड़ी में आईपीएस अशोक जुनेजा ने 12 नवंबर 2021 को छत्तीसगढ़ पुलिस के 11वें डीजीपी के रूप में कार्यभार संभाला। नए डीजीपी का प्राथमिक फोकस आधुनिक पेशेवर प्रबंधन और टीम वर्क के साथ बुनियादी पुलिसिंग में सुधार करना होना चाहिए। उल्लेखनीय होगा कि एक नवंबर 2000 को भारत के मानचित्र पर छत्तीसगढ़ एक नए राज्य के रूप में उभरा। परंपरागत रूप से छत्तीसगढ़ एक बहुत ही शांतिपूर्ण आदिवासी क्षेत्र रहा है। अपितु राज्य के पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में नक्सलवाद का उभार आज भी प्रवर्तन और विकास एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती है। सर्वप्रथम आईपीएस एसएम शुक्ला ने राज्य के पहले पुलिस महानिदेशक के रूप में पीएचक्यू संभालने का गर्व महसूस किया। उनके बाद आईपीएस ओपी राठौड़ 5वें महानिदेशक पुलिस, छठे महानिदेशक रहे आईपीएस विश्वरंजन ने पुलिस आधुनिकीकरण और सर्वांगीण व्यावसायिकता के युग की शुरुआत करते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस में नए आयाम शामिल किए। इसके उपरांत महानिदेशक आरएलएस यादव (द्वितीय डीजीपी), वीके दास (तीसरे डीजीपी) और अशोक दरबारी (चौथे डीजीपी), अनिल एम नवानी (7वें डीजीपी), राम निवास (8वें डीजीपी) ने भी प्रारंभिक समस्याओं पर काबू पाने में मदद की। विभाग के एएन उपाध्याय (9वें डीजीपी) ने भी छत्तीसगढ़ पुलिस के मानकों को ऊपर उठाने के लिए काफी प्रयास किए हैं। डीएम अवस्थी (10वें डीजीपी) ने विश्वसनीय पुलिसिंग स्थापित करने के लिए कार्रवाई, पहल और प्रयास करने पर ध्यान केंद्रित किया।