कोरबा। एकलव्य आवासीय विद्यालय छुरी के आडिटोरियम में अधीक्षकों की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में अधीक्षकों ने छात्रावास-आश्रमों के प्रभावी और सुव्यवस्थित संचालन की विधि के बारे में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
छात्रावास-आश्रमों के संचालन में उत्कृष्टता के उद्देश्य से अधीक्षक व अधीक्षिकाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में एकलव्य आवासीय विद्यालय छुरी के आडिटोरियम दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर अधीक्षकों ने आश्रम-छात्रावासों की दशा-दिशा उत्कृष्ट करने की विधियों से अवगत कराया। इनमें बच्चों को अच्छी सेहत व स्वावलंबन की आदत सिखाने के साथ आश्रम-छात्रावासों में भी नवाचार सृजन के लिए प्रेरित किया गया।
आदिम जाति व अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के तत्वाधान में जिले में संचालित छात्रावासों व आश्रमों के अधीक्षक व अधीक्षिकाओं का संस्था के बेहतर संचालन के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला 22 व 23 जून को आयोजित हुई। कार्यशाला का शुभारंभ सहायक आयुक्त श्रीकांत कशेर ने छुरी एकलव्य आवासीय विद्यालय के आडिटोरियम में किया। इस अवसर पर सहायक संचालक देवेंद्र सिंह, प्राचार्य एस राजपूत, प्राचार्य एमपी पटेल, मंडल संयोजक अजय श्रीवास्तव की उपस्थिति रही। ठाकुर प्यारेलाल सिंह पंचायत प्रशिक्षण संस्थान निमोरा से मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण प्राप्त कर कोरबा जिले के दो अधीक्षक हरीश कुमार राठौर अधीक्षक प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास करतला तथा श्रीमती नीता गुरूदीवान अधीक्षिका प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास गोढ़ी के द्वारा विभागीय जानकारों के सहयोग से जिले के समस्त छात्रावास व आश्रम के अधीक्षक व अधीक्षिकाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विद्यार्थियों में फिटनेस व योगा की अच्छी आदत*
इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रावास व आश्रमों में अधीक्षक की प्रभावी भूमिका तथा दायित्वों पर केंद्रित है। कार्यशाला में मुख्य विषय छात्रावास-आश्रमों का प्रबंधन, कन्या छात्रावास-आश्रमों के संदर्भ में प्रबंधन व निगरानी समिति का गठन, छात्रावास संचालन नियम, छात्रावास अधीक्षकों के दायित्व व अधिनस्थ कर्मचारियों की व्यवस्थित भूमिका जैसे महत्वपूर्ण बिंदू शामिल किए गए। इसके अलावा स्वच्छ छात्रावास परिसर, विद्यार्थियों में फिटनेस व योगा की अच्छी आदत, पौष्टिक भोजन व सुपोषण, छात्रों को होने वाली बीमारियां, उनके लक्षणों की पहचान व बचाव (संतोषी कंवर), विशेष कोचिंग योजना, संपूर्ण विकास मानसिक स्वास्थ्य के साथ, छात्रावास आश्रम में नवाचार जैसे विषयों पर अहम जानकारियां प्रदान की गई।
हॉस्टल संचालन में समस्या व निदान और अभीलेखों का संधारण
हरीप्रसाद बंजारे ने वन अधिकार अधिनियम में अधीक्षक की भूमिका, श्रेष्ठ अधीक्षक के गुण, सूचना के अधिकार अधिनियम तथा छात्रावास संचालन में आने वाली समस्या और निदान तथा अभीलेखों का संधारण (सहायक लेखा अधिकारी अनुराधा नायडू), आॅनलाइन शिष्यवृत्ति पोर्टल (अधीक्षक हरिशंकर ठाकुर)जैसे महत्वपूर्ण विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। जिससे अधीक्षकों को बच्चों के बहुआयामी विकास में सहयोग मिले। कार्यशाला की अंतिम कड़ी में इस कार्यशाला को सुचारू संचालन में मुख्य रूप से कटघोरा नोडल अधीक्षक रितेश मेहरा, एकलव्य आवासीय विद्यालय के अधीक्षक ललित दलाल व अधीक्षिका मुमताज पाटले की विशेष भूमिका रही। आखिर में मुख्य प्रशिक्षक हरीश कुमार राठौर ने आभार व्यक्त किया।