The Duniyadari:भोपाल- एएसआई योगेश मरावी ने किसी पेशेवर हत्यारे की तरह दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है। रेकी करने के बाद उसने नौकरानी के आने का इंतजार किया। दरवाजा खुलते ही योगेश ने अपने पास रखे धारदार हथियार से पत्नी और साली पर ताबड़तोड़ वार किए।
महज छह मिनट में वारदात को अंजाम देकर वह भाग निकला। घटना स्थल के पास खड़ी टैक्सी से वह लगभग पांच घंटे में 400 किलोमीटर का सफर कर मंडला तक जा पहुंचा। वहां उसे व कार चालक को नैनपुर की पिंडरई चौकी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इस जघन्य हत्याकांड के पीछे घरेलू कलह के साथ चरित्र शंका की बात भी सामने आ रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि शादी के 10 साल बीतने पर भी संतान नहीं होने पर पति-पत्नी के बीच तनाव बढ़ रहा था। पांच वर्ष से योगेश, विनीता उर्फ गुड़िया को साथ रहने के लिए मंडला बुला रहा था, लेकिन वह तैयार नहीं हो रही थी।
दीदी सुनते ही खुल गया था फ्लैट का दरवाजा
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि दो दिन पहले रात के समय योगेश ने पत्नी के फ्लैट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन अनहोनी की आशंका से उसने दरवाजा नहीं खोला था। भोपाल आने के लिए योगेश ने बैहर से टैक्सी किराए पर ली थी।
उसने वाहन चालक मोहित को एक होटल में छोड़ दिया था। सुबह वह स्वयं टैक्सी लेकर पहुंचा और उसे सिमी आपार्टमेंट के पीछे एकांत क्षेत्र में खड़ी कर दी थी। उसके बाद वह नौकरानी का इतंजार करने लगा। फ्लैट पर पहुंचकर दरवाजा खटखटाते हुए नौकरानी सेवंती ने दीदी कहकर दरवाजा खटखटाया। सेवंती की आवाज सुनते ही दरवाजा खुल गया।
वारदात से अपार्टमेंट में दहशत
जिस अपार्टमेंट में वारदात हुई, उसके भूतल में व्यावसायिक गतिविधियां चलती हैं। विनीता मरावी के फ्लैट के सामने जैन परिवार रहता है। उन्होंने घटना के बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया।
पहली मंजिल पर रहने वाली स्वीटी वासनिक ने बताया कि मेघा सुबह आफिस जाती थी और शाम को वापस घर लौट आती दोनों बहनें बहुत कम ही कहीं आती जाती थी। मंगलवार सुबह जब अपार्टमेंट के आगे भारी भीड़ लगने लगी, तब उन्हें घटना का पता चला।
कपड़ों पर नहीं मिले खून के निशान
नैनपुर की पिंडरई चौकी प्रभारी राजकुमार हिरकने ने बताया कि घटना के बाद भोपाल पुलिस ने अरोपित एएसआई मरावी के मंडला की तरफ भागने की सूचना दी थी। एसपी रजत सकलेचा ने जिले के सभी थानों को इस मामले में अलर्ट रहने को कहा था।
शाम लगभग पांच बजे नैनपुर थाना क्षेत्र में पहुंचते ही टैक्सी को रोककर एएसआई मरावी और चालक मोहित को हिरासत में ले लिया गया। जांच के दौरान एएसआई के कपड़ों की खून के निशान नहीं मिले। संभवना वारदात के बाद उसने कपड़े बदल लिए थे।
50 मीटर तक जाकर वापस लौटा खोजी डॉग
मौके पर पहुंचा खोजी डॉग अपार्टमेंट के पीछे लगभग 50 मीटर तक जाकर वापस लौट आया था। संभवत: योगेश ने टैक्सी वहीं खड़ी की थी।