रायपुर। छत्तीसगढ़ के मशहूर वेटलिफ्टर डोपिंग केस में फंस गए हैं। वेटलिफ्टिंग फेडरेशन को नेशनल डोपिंग एजेंसी ने इसकी रिपोर्ट दी है। इस रिपोर्ट के आने के बाद एक कोच और दो वेलिफ्टर पर चार साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया है।
जानकारी मिली है कि डोपिंग केस में फंसे छत्तीसगढ़ के 2 वेटलिफ्टर पर 4 साल का प्रतिबंध लगा है।
दोनों पर प्रतिबंधित दवाओं के सेवन करने के आरोप पर लगा है। इसकी रिपोर्ट नेशनल डोपिंग एजेंसी ने फेडरेशन को दी है।
इन पर लगाया प्रतिबंध
डोपिंग केस में वेटलिफ्टर एकता बंजारे और मिथलेश सोनकर फंसे है। इसके साथ ही एकता बंजारे पर 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
इसके अलावा प्रशिक्षक अजय लोहार पर भी वेटलिफ्टिंग संघ ने प्रतिबंध लगा दिया है। दोनों ही खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और राज्य स्तर के मैचों में गोल्ड मेडल जीते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोच समेत छत्तीसगढ़ के ये दोनों वेटलिफ्टर पर डोप केस में दवाओं के सेवन का आरोप है।
सीजी वेटलिफ्टिंग संघ ने किया निलंबित
वेटलिफ्टिंग कोच अजय लोहार और महिला वेटलिफ्टर एकता बंजारे डोपिंग में संलिप्त पाया गया था। इसके बाद छत्तीसगढ़ वेटलिफ्टिंग संघ ने भी निलंबन का आदेश जारी कर दिया है।
इसके पूर्व राष्ट्रीय फेडरेशन ने इसको लेकर आदेश जारी किया था। यह आदेश डोपिंग एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर जारी किया गया है।
यहां हुआ था डोप टेस्ट
जानकारी मिली है कि दिल्ली में 3 मार्च 2024 को खेलो इंडिया के तहत अस्मिता इंटर जोनल वुमेंस लीग आयोजित की गई थी।
इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की महिला खिलाड़ी एकता बंजारे ने भी शिरकत की थी। इस प्रतियोगिता में डोप टेस्ट किया गया।
इस दौरान महिला खिलाड़ी का डोप टेस्ट पॉजिटिव आया। इस पर वेटलिफ्टिंग संघ ने 4 साल के लिए महिला खिलाड़ी समेत उसके प्रशिक्षण अजय लोहार को निलंबित कर दिया।
अध्यक्ष विजय बघेल की अनुशंसा पर यह कार्रवाई की है। अब 4 साल तक महिला खिलाड़ी व कोच ऐसी प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं रहेंगे।