दिल्ली। Vedanta Shares : Vedanta Resources ने हाल ही में YJ Chen को नया CEO नियुक्त किया है. अब ये कंपनी भारत में करीब 4 अरब डॉलर की फैक्ट्री लगाने के लिए ग्लोबल स्तर पर टैलेंट की तलाश में है. पहले चीन की HKC Group के साथ काम कर चुके YJ Chen का कहना है कि ये वेंचर बहुत जल्द ही दक्षिण कोरिया, ताइवान और जापान समेत कई जगहों से हायरिंग शुरू करेगी. ये कंपनी भारत में लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले पैनल फैब्रिकेशन यूनिट लगाने की तैयारी कर रही है. YJ Chen का कहना है कि इस फैक्ट्री से कंपनी सीधे तौर पर 3,500 नौकरियों के अवसर देगी.
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उनके लिए सही लोगों की तलाश ही सबसे बड़ी चुनौती है. बताते चलें कि YJ Chen के पास डिस्प्ले इंडस्ट्री में 23 साल से काम करने का अनुभव है.
चिप कारोबार से अलग है डिस्प्ले कारोबार
भारत को टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के प्रयासों के बीच Vedanta इस मौके को भुनाना चाहती है. भारी कर्ज के बोझ में डूबे होने के बाद भी ये कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेन्ट्स बाजार में बाजार में अपनी पकड़ बनाने की योजना में है. साफ कर दें कि Vedanta का ये नया डिस्प्ले कारोबार उसकी चिप वेंचर से अलग होगा. संभावना है कि चिप कारोबार के मुकाबले डिस्प्ले कारोबार के लिए उसका आगे का रास्ता आसान हो.
चिप कारोबार के लिए नया एप्लीकेशन दिया
चिप कारोबार को लेकर CNBC-TV18 को सूत्रों से जानकारी मिली है कि Foxconn के साथ मिलकर Vedanta ने नए गाइडलाइंस के आधार पर एक बार फिर MeitY को रिवाइज एप्लीकेशन जमा किया है. ये नया एप्लीकेशन 40 nn नोड कैटेगरी के आधार पर जमा किया गया है. जबकि, पहले 28 nn नोट कैटेगरी के लिए जमा किया गया था.
हालांकि, वेदांता की चिप कारोबार की योजना अभी भी सरकार से मंजूरी मिलनी बाकी है. लेकिन डिस्प्ले कारोबार के लिए रास्ता आसान हो रहा है. वेदांता के पास AvanStrate में भी हिस्सेदारी है. ये कंपनी LCD पैनल्स बनाती है.
LCD या OLED का है जमाना?
इस बीच दुनिया की कई बड़ी कंपनियां LCD टेक्नोलॉजी को अब पीछे छोड़कर OLED की ओर बढ़ रही है. फिलहाल डिस्प्ले टेक्नोलॉजी में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी दक्षिण कोरिया की Samsung है. इस कंपनी ने अब LCD प्रोडक्शन को लगभग बंद कर दिया है और अगले जेनरेशन की डिस्प्ले जेनरेशन टेक्नोलॉजी पर अरबों रुपए खर्च कर रही है. LG भी कुछ ऐसी ही रणनीति अपना रही है.
क्या है कंपनी की चुनौतियां और रणनीति
ऐसे में Vedanta फिलहाल इस तैयारी के साथ भारतीय बाजार में अपनी हिस्सेदारी बनाना चाहती है. कंपनी को इस कारोबार में अगले 7 साल तक सालाना तौर पर करीब 30 अरब डॉलर की ग्रोथ की उम्मीद है. लेकिन कंपनी चीन से आयात होने वाली सस्ती LCD डिस्प्ले कंपनियों से भी कंपिटीशन मिलेगा. YJ Chen का कहना है कि उन्हें भारत में अपनी सप्लाई चेन बनाने पर जोर है. कंपनी खर्च कम करने के लिए नए डिजाइन पर फोकस करेगी.