VIDEO : नए रेलवे पुल को रेत तस्कर गिराने कर रहे षड्यंत्र.. जनहानि की आशंका.. रेलवे के अधिकारियों पर गिर सकती है गाज…

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कोरबा। हसदेव नदी पर बन रहे पुल के नीचे जेसीबी लगाकर भरी बरसात में हसदेव नदी से रेत निकाल कर तस्कर खनिज विभाग को खुलकर चुनौती दे रहे हैं। रेत तस्करों को न तो  माइनिंग डिपार्टमेंट की कार्रवाई का भय है और न कलेक्टर के निर्देश की चिंता है।  वे तो सिर्फ सिक्को के खन -खन  के दम पर नदी का सीना चीरकर रेत निकाल रहे है।

 

इससे भी बड़ी बात यह है कि जहां पर यह रेत निकाला जा रहा है वहां से मात्र 50 फीट की दूरी पर रेलवे का पुल है जिसे कोल परिवहन के लिए रेलवे विभाग के द्वारा तैयार किया जा रहा है। अभी इस पुल का मात्र ढांचा ही तैयार किया गया है और इस पर रेल प्रचालन के लिए स्लीपर और पटरी भी बिछाया जाना है, जिसके बाद इस पुल का भार कई गुणा अधिक बढ़ जाएगा। अब सहज ही कल्पना की जा सकती है कि नीचे रेत तस्करों के द्वारा पूरी नदी को जेसीबी मशीन से पोलाकर रेत निकलने के बाद पुल का आधार कितना मजबूत होगा जो भारी भरकम कोयले से लदे ट्रेन के भार को सह पायेगा!!

रेलवे के अधिकारियों को तत्काल इस दिशा में संज्ञान लेकर कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है। अगर समय रहते रेत तस्करों पर कार्यवाही नहीं की गई तो भविष्य में कोई बड़ी क्षति या जनहानि होने की दशा में कोरबा रेलवे के स्थानीय अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।

 

बता दें कि खनिज विभाग के सुस्त अफसरों की वजह से रेत तस्करों के हौसले बुलंद है।  सीतामणी क्षेत्र के पास हसदेव नदी किनारे भिलाई खुर्द से दिन के उजाले में अवैध रेत उत्खनन कर खनिज विभाग को को खुलकर चुनौती दे रहे है। सूत्र बताते हैं कि हसदेव नदी से प्रतिदिन सैकड़ो ट्रेक्टर रेत उत्खन हो रहा है। रेत उत्खनन के लिए बाकायदा एक गिरोह सक्रिय है जो माइनिंग विभाग से साठगांठ कर नदी में भरे पानी से रेत निकाल रहा है।

 

एस गैंग कर रहा अवैध उत्खनन

 

भिलाई खुर्द क्षेत्र से चल रहे अवैध उत्खनन में किसी एस गैंग के हाथ होने की बात कही जा रही है। सूत्र बताते है कि सज्जाद नाम का रेत तस्कर नदी से अवैध उत्खनन कर ऊंचे दाम पर खपाने में सरगना का काम कर रहा है। तस्करो के इस बेखौफ गिरोह को सरकारी अफसरों का भी साथ मिलने की बात जनचर्चा में है।

 

चोरी का रेत खप रहा शहर में 

 

हसदेव नदी का अवैध रेत शहर में खपाया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी की माने तो शहरी क्षेत्र के निर्माण कार्यो में चोरी का रेत खप रहा है। जानकारी के मुताबिक निजी और सरकारी कार्यो में अवैध रेत खप रहा है। चोरी की रेत से निर्माण कराने वाले एसईसीएल के अफसरों पर भी कार्रवाई की दरकार है।