उनका निशाना मैं नहीं, आप हैं’; इस्तीफा देने के बाद सिसोदिया ने केजरीवाल को लिखा पत्र

0
333

नई दिल्ली।दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के मजबूत स्तंभ और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दूसरे नंबर के माने जाने वाले मनीष सिसोदिया ने मंगलवार (28 फरवरी, 2023) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सिसोदिया ने यह कहते हुए इस्तीफा दिया कि वह आरोप झूठे साबित होने तक अपने पद से दूर रहना चाहते हैं।

सिसोदिया ने तीन पेज के त्याग पत्र में कहा कि उनके खिलाफ और भी मामले हो सकते हैं, सभी आरोप झूठे हैं। उन्होंने लिखा, ‘ये आरोप कायरों और कमजोर लोगों की साजिश से ज्यादा कुछ नहीं हैं…उनका निशाना मैं नहीं, उनका निशाना आप (अरविंद केजरीवाल) हैं।” क्योंकि आज दिल्ली ही नहीं देश भर की जनता आपको एक ऐसे लीडर के रूप में देख रही है, जिसके पास देश के लिए एक विजन है और उस विजन को अमल में लाते हुए लोगों की जिंदगी में बड़े बदलाव लाने की योग्यता भी है।

मनीष सिसोदिया ने कहा कि देशभर में आर्थिक तंगी, गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से जूझ रहे करोड़ों लोगों की नजर में आज अरविंद केजरीवाल एक उम्मीद का नाम बन चुका है। आपकी बातों को लोग अन्य नेताओं के जुमले के रूप में नहीं देखते, बल्कि इस भरोसे के साथ देखते हैं कि केजरीवाल जो कहते हैं वह कर के दिखाते हैं। सिसोदिया ने कहा, “कोई मुझे भ्रष्ट होने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। भारत के स्वतंत्रता सेनानी मेरी ताकत के स्रोत हैं। उनके माता-पिता और शिक्षक मेरे साथ हैं।’

सिसोदिया ने आगे लिखा कि वह हमें और हमारे साथियों को जेल में बंद कर सकते हैं लेकिन हमारे हौसलों को आसमान की ऊंचाइयों को छूने से नहीं रोक सकते। मुझे लगता है मेरे जेल जाने से हमारे साथियों का, हमारे कार्यकर्ताओं का मनोबल और बढ़ेगा व उनके अंदर देश के लिए कुछ करने का जज्बा और और भरेगा।

 

सिसोदिया का इस्तीफा दिल्ली में कथित शराब घोटाले के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा उनकी गिरफ्तारी के 48 घंटे से भी कम समय बाद आया। उनके साथ पद छोड़ने वाले आप के अन्य गिरफ्तार मंत्री सत्येंद्र जैन भी थे। सत्येंद्र जैन भ्रष्टाचार के आरोप में पिछले आठ महीने से जेल में हैं। जैन की गिरफ्तारी के बाद से उनके विभागों को मनीष सिसोदिया ने संभाला था, जो 18 सरकारी विभागों के प्रभारी थे। सूत्रों ने संकेत दिया कि उनके विभागों को शेष चार मंत्रियों में से दो कैलाश गहलोत और राज कुमार आनंद के बीच बांटा जाएगा।

आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “दोनों मंत्रियों ने पूरी ईमानदारी से काम किया और दिल्ली की भलाई के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया। उनके पास महत्वपूर्ण विभाग थे। बस इसलिए कि दिल्ली का काम बाधित न हो, उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।”