राजनांदगांव। राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव से कांग्रेस विधायक और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दलेश्वर साहू ने अपनी ही पत्नी को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान राशि दिलवा डाली। इस बात की जानकारी तब सामने आई है, जब उनकी पत्नी को राशि स्वीकृत कराने का पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया।
इस पत्र में उनकी पत्नी जयश्री साहू के नाम 5 लाख रुपए आवंटित होने का जिक्र है। इसके अलावा 17 और लोगों को भी स्वेच्छानुदान की राशि दी गई है। इस पत्र के वायरल होने के बाद अब जिले की सियासत एक बार फिर से गर्म हो गई है। बीजेपी ने भी विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इनमें तो 17 कांग्रेसी : मधुसूदन यादव
इस मामले में बीजेपी के जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव का कहना है कि जिन 18 लोगों को ये राशि दी गई। उनमें से 17 लोग कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। एक नाम इसमें है कि वह है उनकी पत्नी जयश्री साहू का नाम। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी की संस्था ने ऐसा कौन सा काम कर दिया। जिसके लिए उन्हें 5 लाख रुपए दिए गए हैं।
वहीं और भी महिला समूह थीं, जिन्हें 5 हजार रुपए भी नहीं दिए गए। यादव ने पूछा कि और जो भी महिला समूह हैं उन्हें क्यों कोई पैसा क्यों नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी की संस्था के लिए ये पैसा नहीं दिया गया। ये पैसा उनकी पत्नी को ही दिया गया है।
बीजेपी ने इस मामले को लेकर जिले के मुरमुन्दा गांव में विधायक का पुतला जलाया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ज्ञापन मिला इसलिए दिया है:दलेश्वर साहू
इस संबंध में विधायक दलेश्वर साहू ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही सृजन फाउंडेशन की प्रमुख जयश्री साहू के नाम पर अनुदान दिया गया है। संस्था ने एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र दिया था। जिस पर अनुशंसा की गई थी।
बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं: मोहन मरकाम
इधर, जब इस मसले पर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए लोगों को भटकाने के लिए बीजेपी ये सब कर रही है। हमारी सरकार आने के बाद से हमारे सभी विधायक है, सबकी मदद कर रहे हैं। चाहे वह कोई भी पार्टी का व्यक्ति हो। हमारे विधायक किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करते हैं।