रायगढ़/रायपुर। नामांतरण विवाद को लेकर रायगढ़ में नायब तहसीलदार के साथ हुई मारपीट का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी ने शनिवार को एक आपात बैठक के बाद अधिकारियों ने मारपीट में शामिल वकीलों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। अधिकारियों ने सरकार से प्रदेश के सभी राजस्व न्यायालयों में अधिकारियों – कर्मचारियों की सुरक्षा और संरक्षण की भी मांग की है। उधर, रायगढ़ के अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष आशुतोष पांडे की अगुआई में शनिवार को एक आपात बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित हुआ। आशुतोष पांडे ने कहा, मारपीट का वीडियो देखने से स्पष्ट है यह घटना सामान्य एवं अचानक होने वाली घटना नही थी। इसे पहले से प्लान किया गया था। वीडियो में दिख रहे अधिवक्ताओं ने कार्यालयीन समय में शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए अधिकारी-कर्मचारियों के साथ मारपीट की।
संघ ने नायब तहसीलदार, रीडर और भृत्य के साथ हुई घटना की निंदा करते हुए पुलिस प्रशासन से वकीलों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की।
संघ के महासचिव संदीप अग्रवाल ने प्रदेश के सभी राजस्व न्यायालयों में कड़ी सुरक्षा की मांग की। पदाधिकारियों ने कहा, आरोपी अधिवक्ताओं की गिरफ्तारी नहीं हुई तो प्रशासनिक सेवा संघ एक बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगा। इस बीच पुलिस ने नायब तहसीलदार को पीटने के आरोप में तीन वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।