The Duniyadari: दंतेवाड़ा– जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर कुणाल दुदावत द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अतंर्गत प्रारंभ,अप्रारंभ एवं कार्यषील निर्माण कार्यों की हुई समीक्षा बैठक ली गई।
बैठक उन्होंने स्पष्ट कहा कि पीएचई के निर्माण कार्यों को गुणवत्ता सहित समय-सीमा में पूर्ण कराना, निर्माण एजेंसियों एवं अभियंताओं की संयुक्त जवाबदेही है। अत: निर्माण एजेंसियां प्राथमिकता के साथ निर्माण कार्यों को पूर्ण करे। इस संबंध में निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर विभागीय समन्वय के साथ इस हल करें। शासन की नल-जल योजनाएं पूरे ग्रामीण समूदाय की मूलभूत सुविधाओं के अंतर्गत है और बचे डेढ़ माह के कार्यशिल अवधि को देखते हुए। इस में किसी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाए। निर्माण एजेंसियों के लंबित भुगतान के संबंध में भी प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्ण हो चुके कार्यो की प्रमाणीकरण के लिए ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित करने हेतु समय-सीमा विषेष ध्यान रखें। बैठक में जानकारी दी गई ग्राम पंचायत कारली अंतर्गत 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके जिन चालू करने को भी कहा गया। बैठक में बताया गया कि ग्राम गुड़से,फूलपाड़ में जमीन विवाद संबंधी प्रकरण के निपटारे, चेरपाल, बालेगपाल, पुजारीपाल में नये टेंडर की स्वीकृति के लिए तीन माह की समयावधि नियत की गई। इसके साथ ही बैठक में अवगत कराया कि सम्पूर्ण जिले में नल-जल योजनाएं के तहत पानी टंकी निर्माण के 159 कार्य प्रगतिरत है। जबकि 56 पूर्ण और 06 अप्रारंभ स्थिति में है। ग्राम जबेली, ककाड़ी,मेटनार, महाराकरका, कड़मपाल, पेरपा, कुचेपाल में निर्माणधीन कार्याें के लिए जून-2025 की समय-सीमा दी गई है। बैठक में ईई पीएचई निखिल कंवर सहित निर्माण एजेसियां से जुडे़ प्रतिनिधि और अभियंता उपस्थित थे।