मां के बिना नहीं रह सकती, उन्हीं के पास जा रही हूं, फिर डॉक्टर ने…

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नई दिल्ली। एक डाक्टर को अपनी मां की मौत से ऐसा सदमा लगा कि उन्होंने तीन दिन बाद ही आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान ग्रेटर कैलाश के मस्जिद मोठ निवासी डा. मेघा कायल (40) के रूप में हुई है। वह लंदन में डाक्टर थीं।

मेघा अपनी बीमार मां का इलाज करवाने के लिए वह पिछले साल ही लंदन से दिल्ली आई थींं 27 जनवरी को उनकी मां की मौत हो गई। इस सदमे के कारण वह डिप्रेशन में चली गईं और 30 जनवरी को सर्जिकल ब्लेड से जांघ की नसें काटकर आत्महत्या कर ली।

मौके से सुसाइड नोट मिला है। आत्महत्या से पहले उन्होंने इसमें लिखा है कि वह मां की मौत का सदमा सहन नहीं कर पा रही हैं इसलिए वह खुदकुशी कर रही हैं।पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, डा. मेघा कायल लंदन मिल्टन केयंस यूनिवर्सिटी हास्पिटल में न्यूरो व मेडिसन की डाक्टर थीं। इससे पहले वह सरिता विहार स्थित अपोलाे अस्पताल में भी डाक्टर रह चुकी थीं। वह अविवाहित थीं।

कोरोना की दूसरी लहर में अपनी 79 वर्षीय मां का इलाज का इलाज कराने वह लंदन से ग्रेटर कैलाश स्थित अपने घर आई थीं। 27 जनवरी को मेघा की मां की स्वभाविक मौत हो गई थी। इस सदमे से वह डिप्रेशन में चली गईं। जीके-2 थाना पुलिस को शनिवार को अपोलो अस्पताल से डा. मेघा कायल की मौत की सूचना मिली थी।

अस्पताल की ओर से बताया गया कि मेघा ने सर्जिकल ब्लेड से अपनी दाहिनी जांघ की नस काट ली थी जिससे अत्यधिक खून बह जाने के कारण उनकी मौत हो गई। वह शनिवार सुबह घर में अकेली थीं तब जांघ की नस काटी थी। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है।

सुसाइड नोट में मेघा कायल ने लिखा है कि वह मां की मौत का सदमा सहन नहीं कर पा रही है। वह अपनी मम्मी के पास जा रही हैं। उनकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। मेघा के पिता कैंसर बीमारी से पीड़ित हैं। घर में पिता के अलावा उनकी विधवा भाभी व एक भतीजी है। उनके भाई की भी कुछ समय पहले मौत हो गई थी।