नई दिल्ली।कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता रद्द की जा चुकी है। कल यानी गुरुवार को सूरत की सेशन कोर्ट ने राहुल गांधी को मानहानि मामले में दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद आज लोकसभा सचिवालय ने राहुल की सदस्यता रद्द कर दी है। इसको लेकर देशभर का राजनीति माहौल गरमा गया है।
क्या आपको पता है कि राहुल गांधी के अलावा पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी भी अपनी सदस्यता खो चुकी थीं। आज हम आपको बताएंगे कि सोनिया गांधी और इंदिरा गांधी ने अपनी सदस्यता क्यों खोई थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी की दादी और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने साल 1975 अपनी लोकसभा सदस्यता खोई थी। 12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला सुनाया था। कोर्ट ने चुनावों में धांधली को लेकर फैसला सुनाते हुए इंदिरा गांधी को दोषी ठहराया था। इसके कारण से उसकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
हालांकि सदस्यता खोना इंदिरा गांधी के लिए संजीवनी बन गया था। अपातकाल के बाद जब चुनाव हुआ, तो इंदिरा गांधी को भले ही हार मिल गई हो, लेकिन इसके बाद जब इंदिरा गांधी ने 1978 में कर्नाटक के चिकमंगलूर से उपचुनाव लड़ी थी, तो उन्हें भारी मतों से जीत मिली थी।
0-सोनिया गांधी ने भी खोई थी सदस्यता
राहुल गांधी की मां और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी साल 2006 में अपनी सदस्यता खो चुकी थी। उस दौरान संसद में लाभ के पद का मामला तेजी के साथ उठा था। रायबरेली से सांसद रही सोनिया गांधी लाभ के पद के मामले को लेकर घिरी थीं।
उस वक्त सोनिया गांधी यूपीए सरकार के समय गठित राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की चेयरमैन भी थीं, जिसे लाभ का पद करार दे दिया गया था। इसके कारण से सोनिया गांधी को लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद सोनिया गांधी ने रायबरेली से दोबारा चुनाव लड़ा था।
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