कोरबा। अलसी 5800 से 6200 रुपए क्विंटल। यह इसलिए क्योंकि वार्निश-पेंट बनाने वाली यूनिटों की मांग निकल चुकी है। दीपावली के लिए तैयार हो रहीं तेल मिलों की खरीदी जैसी निकली हुई है, उसके बाद कीमतों में अब मंदी के आसार खत्म हो चुके हैं।
ऑयल सीड में तेल मिलों ने खरीदी चालू कर दी है। दीपावली की तैयारी कर रहीं इन यूनिटों की खरीदी के बाद, सबसे ज्यादा असर अलसी और सरसों की कीमत में देखा जा रहा है। तीसरे नंबर पर सोयाबीन आ चुका है जिसकी सीधी प्रतिस्पर्धा राईसब्रॉन से होती है। लिहाजा इस बरस उपभोक्ताओं को खाद्य तेल के साथ वार्निश-पेंट की खरीदी के लिए अपेक्षाकृत ज्यादा रकम खर्च करनी होगी।
और तेजी की संभावना
वार्निश-पेंट उत्पादन करने वाली यूनिटों की मांग अलसी में निकल चुकी है। मंडियों में पहुंचते ही हो रहे सौदे स्पष्ट संकेत दे रहें हैं कि तेजी का सिलसिला आने वाले दिनों में भी बना रहेगा। खबरों के मुताबिक उत्पादक राज्यों में से एक प्रमुख, मध्यप्रदेश में बाढ़ से फसल को नुकसान पहुंचा है। इसलिए भाव 5800 से 6200 रुपए क्विंटल पर आ चुका है।
सरसों दिखा रहा गर्मी
बीते 2 साल से अपने प्रदेश में सरसों की खेती का रकबा न केवल बढ़ा है बल्कि कीमत भी बढ़ी है। घरेलू उपभोक्ताओं की मांग जैसी निकली हुई है, उसके बाद इस दीपावली पर सरसों तेल की खरीदी भी महंगे में करनी होगी क्योंकि सरसों 6000 से 6250 रुपए क्विंटल की ऊंचाई पर अभी से पहुंच चुका है। आवक की स्थिति मांग की तुलना में महज 30 फ़ीसदी ही बताई जा रही है।
यहां सीधा मुकाबला
खाद्य तेल के बाजार में जिस तेजी से राइस ब्रान ऑयल की मांग बढ़ी है, उसके बाद ऑयल क्वालिटी का कोढ़ा 3700 रुपए क्विंटल पर पहुंच गया है। एकमात्र प्रतिद्वंदी सोयाबीन, तेजी के मामले में इससे कहीं आगे निकल चुका है। मांग और आपूर्ति के बीच बनी गहरी खाई के बाद ऑयल प्लांटों को इसकी खरीदी 4500 से 4600 रुपए क्विंटल में करनी पड़ रही है।