कलेक्टर अजीत वसंत का औचक निरीक्षण: धान उपार्जन केंद्रों में अनियमितता पर सख्त कार्रवाई के निर्देश

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The Duniyadari :कोरबा। जिला कलेक्टर अजीत वसंत ने गुरुवार को करतला विकासखंड के ग्राम पठियापाली और लबेद स्थित धान उपार्जन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पठियापाली केंद्र में कई गंभीर खामियां सामने आईं। यहां पुराने धान का भंडारण पाया गया और तौल के लिए रखे गए धान की नमी भी तय मानक से काफी कम, 10% से नीचे दर्ज हुई। इस लापरवाही पर कलेक्टर ने तत्काल नोडल अधिकारी (ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी) और समिति प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि जब तक मामले की पूरी जांच और सुधार नहीं हो जाता, ऐसे धान की खरीदी नहीं की जाएगी।

उपार्जन व्यवस्था पर सख्त निर्देश

कलेक्टर वसंत ने दोनों केंद्रों की व्यवस्था का विस्तार से निरीक्षण कर यह निर्देश दिए कि—

  • खरीदी केवल पात्र और पंजीकृत किसानों से ही हो।
  • खरीदे गए धान का भंडारण, स्टैकिंग और सुरक्षा नियमों के अनुरूप हो।
  • बारदाने की वास्तविक उपलब्धता का पंजी में सही अंकन अनिवार्य रूप से किया जाए।
  • बारदानों के उपयोग और रख-रखाव में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी।

उन्होंने उपार्जन केंद्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की और कहा कि कैमरे हर समय चालू रहें, ताकि पूरी खरीदी प्रक्रिया पारदर्शी रहे। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि धान लाने वाले हर किसान की जानकारी आवक एप्लीकेशन में समय पर दर्ज की जाए। हाथी प्रभावित इलाकों में धान की खरीदी के बाद समय पर उठाव सुनिश्चित करने को भी उन्होंने जरूरी बताया, ताकि किसी प्राकृतिक जोखिम की स्थिति न बने।

किसानों से की अपील

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने किसानों से बातचीत की और आग्रह किया कि वे केवल अपने खेत में उत्पादित धान को ही बेचें। उन्होंने चेतावनी दी कि अवैध धान की खरीद-बिक्री से उपार्जन व्यवस्था प्रभावित होती है, इसलिए ऐसे कार्यों से दूर रहें और कहीं भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत प्रशासन को जानकारी दें।

इस दौरान एसडीएम सरोज महिलांगे, तहसीलदार तथा खाद्य एवं कृषि विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।

सीमावर्ती क्षेत्र लबेद में बैरियर का निरीक्षण

कलेक्टर वसंत ने सीमावर्ती गांव लबेद स्थित चेक पोस्ट का भी निरीक्षण किया, जहाँ दूसरे राज्यों से धान के अवैध प्रवेश को रोकने बैरियर लगाया गया है। उन्होंने वहां तैनात कर्मचारियों को हिदायत दी कि—

  • तीनों शिफ्ट में जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी निभाई जाए,
  • हर वाहन की कड़ाई से जांच की जाए,
  • किसी भी हालत में अवैध धान को जिले में प्रवेश न मिलने पाए।

संदिग्ध स्थिति होने पर तुरंत तहसीलदार और एसडीएम को सूचना देने के निर्देश दिए गए। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए एक नगर सैनिक को भी बैरियर पर तैनात करने के निर्देश जारी किए गए।