काम की खबर: समस्या नहीं सुनी तो आप खुद बदल सकेंगे थाना प्रभारी, पुलिस को दें सकेंगे दंड

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इंदौर. दिसंबर से लागू हुई पुलिस कमिश्नर प्रणाली में अब रेटिंग सिस्टम पर काम चल रहा है। दावा है, जिस थाना प्रभारी व थाने की रेटिंग होगी, उसे इनाम मिलेगा और जिसने ध्यान नहीं दिया, उसकी रवानगी हो जाएगी। खास बात यह कि रेटिंग में ज्यादातर नंबर आम लोगों के फीडबैक से मिलेंगे। सूत्रों के मुताबिक जो थाना प्रभारी व उनका स्टाफ महिलाओं की सुरक्षा करेगा, जनता से मधुर संबंध बनाकर रखेगा व अच्छा व्यवहार करेगा, वहीं अब टिक पाएगा।
दरअसल, पुलिस ने आम लोगों की सुविधा के लिए नई प्रणाली लागू की है। इंदौर कमिश्नरेट में आइपीएस व स्टेट पुलिस सेवा के करीब 22 अधिकारी बढ़ गए हैं। 600 पुलिसकर्मी का अतिरिक्त स्टाफ भी मिला है। संसाधन, वाहन व ऑफिस के लिए सरकार ने लाखों रुपए दिए हैं। यह सारी व्यवस्था इसलिए हो रही है कि पुलिस लोगों की सुरक्षा में तैनात हो और आम लोगों को राहत प्रदान करे। काम नहीं तो थाना नहीं

नई व्यवस्था में आम लोगों के फीडबैक के आधार पर पुलिस की रेटिंग होगी। शिकायत पर फोन कर दूसरे क्षेत्र के अधिकारी फीडबैक लेकर पुलिस कमिश्नर को रिपोर्ट दे रहे हैं। पुलिस की इंटेलीजेंस विंग अलग बनी है, जिसका काम पुलिस की निगरानी करना भी है। रेटिंग में जिसका परफार्मेंस अच्छा नहीं होगा, उसे थाने से हटाकर दूसरे को मौका देने की बात कही जा रही है। अफसरों का कहना है, जो आम लोगों के हित में काम करेगा, वहीं थाने में पदस्थ रहेगा।

ऐसे थाने जहां बढ़ानी होंगी सुविधाएंं
पुलिस रेटिंग कर रही है, जिसमें आम लोगों के थाने में बैठने, वॉशरूम से लेकर पेजयल की व्यवस्था करना भी शामिल है। शहर में महिला थाने हैं, जहां हर दिन 5-6 शिकायत आती है। पीडि़त महिला व परिजन आते हैं, लेकिन यहां उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। सभी पेड़ की छांव में बाहर खड़े रहते हैं। साइड में नगर निगम का वॉशरूम बन जाने से थोड़ी राहत जरूर है। इस आधार पर तय होगी पुलिस की रेटिंग – पुलिस थाने की पारदर्शी कार्यप्रणाली व अनुशाासन।
– आम लोगों के थाना आगमन पर बैठने व पेयजल की व्यवस्था, शौचालय व्यवस्था, पार्किंग की व्यवस्था।
– थाने में आने वाले पीडि़त को संतुष्ट करना, पुलिस व जनता के बीच मधुर संबंध रख पुलिस का लोगों में अनुकूल छवि बनाना।

– महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराधों में त्वरित कार्रवाई करना तथा उनकी सुरक्षा के विशेष प्रयास करना।
– थाना रिकॉर्ड को व्यस्थित कर अधिकारियों के ऑफिस से आने वाले शिकायतों की पूरी जानकारी रखना।
– लंबित अपराधों का निराकण करना, चिह्नित अपराधों की विवेचना कर प्रमुखता से निराकरण करना।