The Duniyadari : कोरबा, 26 सितंबर: देश के चौथे स्तंभ कहलाने वाले पत्रकारों पर लगातार हमले और झूठे आरोप लोकतंत्र और समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कोरबा जिले से सामने आया है, जहाँ दैनिक सुनयज के संभाग ब्यूरो चीफ प्रमोद गुप्ता पर झूठी शिकायत दर्ज कर पत्रकारिता की गरिमा को ठेस पहुँचाने का प्रयास किया गया।
श्री गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि अमलीभाठा गाँव में स्थित सुलचि क्लिनिक का संचालन आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. प्रदीप कश्यप द्वारा अनियमित तरीके से किया जा रहा है। उनका आरोप है कि क्लिनिक में कई बार एलोपैथिक दवाइयों का जखीरा और अवैध इलाज पाया गया है, लेकिन इसके बावजूद मरीजों को बहला-फुसलाकर भर्ती किया जाता है, खून लिया जाता है और इंजेक्शन दिए जाते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि 21 सितंबर को समाचार संकलन के लिए जब वे अपने साथी पत्रकार राजकुमार दुबे के साथ क्लिनिक पहुँचे, तो डॉक्टर और उनके सहयोगियों ने उनसे उलझने की कोशिश की और मोबाइल व माइक छीनने का प्रयास किया। इस पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड उनके पास सुरक्षित है और क्लिनिक के सीसीटीवी में भी यह पूरी गतिविधि दर्ज है।
इसके बाद 22 सितंबर को समाचार प्रकाशित होने पर, डॉ. प्रदीप कश्यप ने गुप्ता और अन्य पत्रकारों के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई। प्रमोद गुप्ता का कहना है कि यह शिकायत पूरी तरह निराधार है और पत्रकारिता को बदनाम करने की साजिश मात्र है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई पत्रकारों ने इस क्लिनिक की अनियमितताओं को उजागर किया है, लेकिन हर बार डॉक्टर की ओर से पत्रकारों पर ही लेनदेन और ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए जाते रहे।
श्री गुप्ता ने चेतावनी दी है कि यदि सच उजागर करने वाले पत्रकारों को डराया और धमकाया जाता रहा, तो आम जनता तक सच्चाई पहुँचाना असंभव हो जाएगा। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से क्लिनिक के पूरे सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है, ताकि वास्तविकता सामने आ सके।