गुजरात में राजनीतिक भूचाल: पूरे मंत्रिमंडल ने दिया इस्तीफा, कल नए चेहरों की होगी एंट्री

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The Duniyadari :गांधीनगर। गुजरात में शुक्रवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार से पहले प्रदेश की सियासत में अचानक हलचल मच गई है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाले पूरे मंत्रिमंडल ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है। सरकार के प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने इसकी पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों के त्यागपत्र राज्यपाल को सौंप दिए हैं और अब नए मंत्री शुक्रवार को शपथ लेंगे।

राजनीतिक हलकों में यह कदम एक बड़े राजनीतिक रिबूट के रूप में देखा जा रहा है। विधानसभा चुनाव भले ही अभी दो साल दूर हों, लेकिन भाजपा ने संगठनात्मक समीकरणों और सत्ता विरोधी रुझान को देखते हुए सरकार की नई टीम उतारने की तैयारी कर ली है।

किन मंत्रियों ने दिया इस्तीफा?

त्यागपत्र देने वालों में आठ कैबिनेट और आठ राज्य मंत्री शामिल हैं। कैबिनेट मंत्रियों में कनुभाई देसाई, ऋषिकेश पटेल, राघवजी पटेल, बलवंतसिंह राजपूत, कुंवरजी बावलिया, मुलुभाई बेरा, कुबेर डिंडोर और भानुबेन बाबरिया के नाम हैं। वहीं, हर्ष संघवी, जगदीश पांचाल, पुरुषोत्तम सोलंकी, बच्चूभाई खाबड़, मुकेश पटेल, प्रफुल्ल पंशेरिया, भीखूसिंह परमार और कुंवरजी हलपति ने भी राज्य मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।

इस्तीफों के पीछे की वजह क्या?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा अब अपने ही बनाए जनाधार के दबाव में है। 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 156 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद निर्दलीयों और बागी विधायकों के लौटने से यह आंकड़ा 162 तक पहुंच गया। इतने बड़े दल में हर विधायक की उम्मीदों को पूरा करना आसान नहीं रहा।

सूत्रों के मुताबिक, 2024 लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर उभरे असंतोष ने भी भाजपा को संकेत दिया कि संगठन में बदलाव की ज़रूरत है। यही वजह है कि अब पार्टी सरकार के चेहरे बदलकर एक बार फिर नई ऊर्जा के साथ मैदान में उतरना चाहती है।

नए मंत्रियों की सूची आज शाम तक तय

बीजेपी सूत्रों के अनुसार, नए मंत्रियों के नामों पर अंतिम मुहर लग चुकी है। पार्टी अब संगठन से जुड़े और जनाधार वाले विधायकों को मौका देने के मूड में है। सभी क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए युवा और अनुभवी नेताओं का संतुलन बनाया जाएगा। जिन विधायकों को मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी जानी है, उन्हें आज शाम तक फोन कॉल मिलने की संभावना है।

शपथ समारोह महात्मा मंदिर में

नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार सुबह 11:30 बजे गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल मौजूद रहेंगे।

डिप्टी सीएम की रेस में हर्ष संघवी आगे

मंत्रिमंडल फेरबदल के बीच सबसे अधिक चर्चा हर्ष संघवी के नाम की है। 40 वर्षीय संघवी वर्तमान में परिवहन, गृह और खेल राज्य मंत्री हैं और सूरत की माजूरा सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं। उनकी सक्रिय और प्रभावशाली कार्यशैली को देखते हुए माना जा रहा है कि उन्हें उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

अगर संघवी को प्रमोशन मिलता है, तो गृह राज्य मंत्री की कुर्सी अमित ठाकर या विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी में से किसी एक को मिल सकती है।

भाजपा का लक्ष्य: “नई टीम, नई ऊर्जा”

राजनीतिक पर्यवेक्षक मानते हैं कि भाजपा इस फेरबदल के ज़रिए सत्ता विरोधी लहर को कमजोर करने और संगठन में नई जान फूंकने की कोशिश कर रही है। नए मंत्रियों के चयन में पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि वह ‘परफॉर्मेंस ही प्रमोशन का आधार’ नीति पर काम कर रही है।