नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों में शानदार जीत के बाद बीजेपी चार राज्यों में सरकार के गठन की तैयारी में जुट गई है। बीजेपी संसदीय बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा विधानसभा में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक (Central Observers) और सह-पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं।
BJP Parliamentary Board has appointed central observers & co-observers for the election of the leader of the legislative party in Uttar Pradesh, Uttarakhand, Manipur & Goa Assembly pic.twitter.com/OHN9aqwO75
— ANI (@ANI) March 14, 2022
पर्यवेक्षकों की लिस्ट में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम भी शामिल हैं। दरअसल यूपी के अलावा बाकी राज्यों में मुख्यमंत्री को लेकर संशय की स्थिति है। ऐसे में पार्टी में बगावत या विरोध ना हो और फैसला सर्वसम्मति से हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेताओं को इस काम में लगाया गया है।
0.यूपी में उप-मुख्यमंत्री पद के लिए खींचतान
बता दें कि बीजेपी ने इन राज्यों में दुबारा सत्ता हासिल करने में कामयाबी मिली है। यूपी में मुख्यमंत्री पद के लिए योगी आदित्यनाथ को चुनौती देनेवाला कोई नहीं है, लेकिन उप-मुख्यमंत्री पद के लिए काफी खींचतान हो रही है। मीडिया सूत्रों की मानें तो पार्टी सबको संतुष्ट करने के लिए चार उपमुख्यमंत्री नियुक्त कर सकती है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गये हैं, ऐसे में वहां सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुनना बड़ी चुनौती होगी।
मणिपुर में मौजूदा सीएम एन. वीरेन सिंह के खिलाफ कई नेता खड़े हो रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल गोवा का भी है। प्रमोद सावंंत को पार्टी से अंदरुनी चुनौती मिल सकती है। इसलिए इन चार राज्यों में सरकार के गठन में केन्द्रीय पर्यवेक्षकों की भूमिका अहम होगी।