The Duniyadari: रायपुर- छत्तीसगढ़ के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) को लेकर चल रही अटकलों के बीच बड़ा अपडेट सामने आया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार द्वारा भेजे गए चार वरिष्ठ आईपीएस अफसरों में से दो नामों को मंजूरी दे दी है। अब DGP की रेस में अरुणदेव गौतम और हिमांशु गुप्ता ही रह गए हैं। दोनों में से किसी एक को छत्तीसगढ़ का स्थायी डीजीपी नियुक्त किया जाएगा।
दो नाम बाहर, दो को मिली हरी झंडी
राज्य सरकार ने केंद्र को चार वरिष्ठ आईपीएस – अरुणदेव गौतम, पवन देव, जीपी सिंह और हिमांशु गुप्ता के नाम भेजे थे। लेकिन केंद्र ने जीपी सिंह और पवन देव के नामों को सूची से हटा दिया और गौतम व गुप्ता के नामों पर सहमति दे दी।
अरुणदेव गौतम – अनुभवी और वर्तमान कार्यवाहक DGP
अरुणदेव गौतम इस समय छत्तीसगढ़ के कार्यवाहक डीजीपी हैं और कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर उनकी भूमिका को अहम माना जा रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में उन्होंने रणनीतिक सफलताएं दी हैं और पुलिसिंग में उनका अनुभव गहरा है। प्रशासनिक हलकों में माना जा रहा है कि स्थिति की निरंतरता और नेतृत्व की स्थिरता को ध्यान में रखते हुए गौतम को प्राथमिकता मिल सकती है।
हिमांशु गुप्ता – सख्त और संवेदनशील अफसर की छवि
दूसरे उम्मीदवार हिमांशु गुप्ता की गिनती एक प्रभावी और अनुशासित अफसर के रूप में होती है। पुलिस प्रशासन के कई अहम मोर्चों पर उन्होंने उल्लेखनीय काम किया है। सूत्रों के मुताबिक, उनकी छवि एक कठोर लेकिन न्यायप्रिय अधिकारी की रही है।
जल्द होगा अंतिम फैसला
अब गेंद राज्य सरकार के पाले में है। गृह विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय जल्द ही इन दोनों में से एक नाम पर अंतिम मुहर लगाएंगे। माना जा रहा है कि प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है और अगले कुछ दिनों में प्रदेश को नया स्थायी DGP मिल जाएगा।
छत्तीसगढ़ की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और नक्सल मोर्चे को देखते हुए यह नियुक्ति बेहद अहम मानी जा रही है।