The Duniyadari : रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रविवार की शाम राजनीतिक माहौल अचानक गरमा गया, जब बीजेपी ओबीसी वर्ग के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया गया है कि बघेल ने सोशल मीडिया पर तेली समाज का अपमान किया है और जातीय वैमनस्य फैलाने की कोशिश की है।
जानकारी के अनुसार, रायपुर ग्रामीण से बीजेपी विधायक मोतीलाल साहू के नेतृत्व में ओबीसी वर्ग के कई नेता थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को सौंपे गए शिकायत पत्र में कहा कि “भूपेश है तो भरोसा है” नामक सोशल मीडिया पेज से तेली समाज के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया है। इसके अलावा, शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि पोस्ट किए गए वीडियो में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का भी अपमान किया गया है।
बीजेपी नेताओं का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जानबूझकर राज्य में जातीय अशांति फैलाने की साजिश कर रहे हैं। उनका आरोप है कि राज्योत्सव और रजत जयंती समारोह के मौके पर, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रदेश में आने वाले हैं, उस समय ऐसी पोस्ट साझा कर समाज में भेदभाव और आक्रोश पैदा करने की कोशिश की गई है।

शिकायत में यह भी लिखा गया है कि भूपेश बघेल पहले भी कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ‘साहू बनाम बघेल’ जैसी विभाजनकारी राजनीति को बढ़ावा देते रहे हैं, और अब पराजय के बाद फिर से वैसा ही माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस दौरान थाने पहुंचे नेताओं में विधायक मोतीलाल साहू, बीजेपी जिला अध्यक्ष रमेश ठाकुर, जिला उपाध्यक्ष ललित जैसिंघ, अकबर अली, अमित मेसरी, गुंजन प्रजापति और पुष्पेंद्र शामिल रहे।
पुलिस ने शिकायत प्राप्त कर ली है और मामले की जांच शुरू करने की बात कही है।




























