न्यूज डेस्क। विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस की कलह फिर सामने आने लगी है. विधायक भरत सिंह ने हारने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेदार ठहराने की मांग की है. वहीं विधायक राम नारायण ने मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचारी मंत्रियों को कैबिनेट में बनाए रखने का आरोप लगाया.
संगोद से विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह लगातार बागी रुख अपनाए हुए हैं. वह प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से संवाद कार्यक्रम में भी नहीं पहुंचे. भरत सिंह ने 16 अप्रैल को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को लिखित में एक लेटर भेजा है. जिसमें अपने सुझाव दिए है.
हमको तो 200 सीटें जीतनी चाहिए
भरत सिंह ने पत्र में लिखा कि गहलोत सरकार ने जनहित की बहुत सारी निशुल्क योजनाएं प्रदेश में चला रखी हैं. इन योजनाओं के आधार पर अगर जनता वोट डाले, तो हमको सारी 200 सीटों पर जीतना चाहिए. क्या ऐसा होगा? इसका उत्तर तो मुख्यमंत्री जी ही दे सकते हैं.
कांग्रेस विधायक ने लिखा कि अगले चुनाव की संपूर्ण जिम्मेदारी मुख्यमंत्री जी को दी जाए. पार्टी में सब कुछ उनकी मनमर्जी से होता है. चुनाव जीते तो पूरा यश उनको मिले लेकिन यदि नाव डूबी तो उसके लिए भी उनको ही जिम्मेदार माना जाए.
चर्चा में भरत सिंह का पत्र
भरत सिंह ने पत्र में कई अन्य सुझाव भी दिए हैं जैसे कि चुनाव में 75 प्रतिशत नवीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाए, सभी जिलों के अध्यक्षों को बदला जाए, भ्रष्ट मंत्रियों को टिकट नहीं दिया जाए.
विधायक भरत सिंह ने यह पत्र 16 अप्रैल को लिखा था लेकिन अब यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और चर्चा का विषय बना हुआ है.
विधायक रामनारायण के निशाने पर गहलोत
दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा का बयान कांग्रेस को भारी पड़ सकता है. मंगलवार को पार्टी नेताओं को फीडबैक देने के बाद मीणा ने अपनी ही सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए. हालांकि रामनारायण मीणा ने सीधे तौर पर नाम नहीं लिय.
मीणा ने कहा, ‘यह सच है कि कुछ मंत्री भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. अब यह मुख्यमंत्री की कमजोरी या मजबूरी है कि वह ऐसे मंत्रियों को नहीं हटा पा रहे हैं, लेकिन यह हमारे लिए ‘माइनस पॉइंट’ है. बाकी कांग्रेस मजबूत है. मतदाता कांग्रेस को चाहते हैं, अगर कमजोरी दूर हो जाए तो कांग्रेस सत्ता में आ सकती है.’
मीणा ने कहा, ‘कुछ मंत्री अपनी ताकत का दुरुपयोग करते हैं और बीजेपीका समर्थन करते हैं और बीजेपीके लिए वोट भी प्राप्त करते हैं. जब ऐसे लोग कांग्रेस में आगे बढ़ते हैं तो हम कमजोर होते हैं. ‘