केरलापेंदा गांव अब नक्सलवाद से मुक्त, क्षेत्र में शांति और विकास की नई राहें खुल गई

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The Duniyadari: सुकमा- नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा के एक और गांव केरलापेंदा नक्सल मुक्त हो गया है। गांव में बचे अंतिम 9 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। बता दें कि, आज सुबह 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। वहीं अब बाकी के बचे नक्सलियों के सरेंडर करने से गांव नक्सल मुक्त हो गया।

शासन की ओर से नक्सल मुक्त गांव को 1 करोड़ की राशि दी जाएगी। बता दें कि, आज सुबह सुकमा से ही पीएलजीए बटालियन के 2 हार्डकोर नक्सली समेत 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें एक महिला और पुरुष पर 8 -8 लाख का इनाम था।

वहीं, 6 नक्सलियों पर 25 लाख का इनाम था। सभी ने आत्मसमर्पण नीति और नियद नेल्लानार योजना से प्रभावित होकर SP , ASP और CRPF के समक्ष सरेंडर किया है। बताया जा रहा है कि, सभी नक्सली जिले की कई घटनाओं में शामिल रहे हैं।

मालूम हो कि सुकमा जिले का बड़ेसट्टी गांव बस्तर संभाग का पहला नक्सल मुक्त ग्राम पंचायत बना। 21 मई 2025 को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में मुठभेड़ हुई, अब तक की सबसे बड़ी और सबसे अहम मानी जा रही है।

इस ऑपरेशन में 27 नक्सलियों को मौत के गाट उतारा गया था। खास बात ये थी की इसमें माओवादी संगठन के महासचिव बसवराजू भी शामिल था, जिसपर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। इस एक मुठभेड़ ने नक्सल मूवमेंट की कमर तोड़ दी।