डिजिटल एस्टेट टैक्स में 54.90 लाख के साइबर फ्रॉड का खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार

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The Duniyadari: भिलाई- देश में इन दिनों साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। साइबर फ्रॉड कर लोगों से ठगी करने वाले बहुत शातिर होते है और वो लोग पीड़ितों को इतना डरा देते है की उनकी सोचने समझने की शक्ति कम हो जाती है और वे उस दौरान सिर्फ उस सिचुएशन में फंसते जाते है। ऐसा ही एक ट्रेंड है डिजिटल अरेस्ट का जिसमें लोग फर्जी सेटअप लगाकर वीडियो कॉल के द्वारा लोगों ट्रैप करते है।

कभी पुलिस तो कभी कोई और अफसर बनकर लोगों के अंदर भय पैदा करते है और उनसे लाखों-करोड़ों की ठगी कर लेते है। ऐसा ही एक मामले दुर्ग जले से सामने आया था। इस मामले में पीड़ित से 54 लाख 90 हजार रूपए का फ्रॉड किया गया था।

इस केस में दुर्ग पुलिस ने बीते दिनों उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ से 4 आरोपियों दीपक गुप्ता , राजेश विश्वकर्मा, कृष्ण कुमार और शुभम श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले में दुर्ग पुलिस को एक और सफलता मिली है। प्रकरण के 2 अन्य आरोपीयों को इस बार महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से गिरप्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन और आधार कार्ड को जब्त किया गया है।

गिरफ्तार आरोपी:-

01 रूषिकेस जोशी उम्र 37 साल ठाणे महाराष्ट्र

02 चंदन बालकरण सरोज उम्र 30 साल ठाणे महाराष्ट्र

डिजिटल एस्टेट कर के नाम पर 54 लाख 90 हजार रुपए की ठगी के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस हाई-प्रोफाइल साइबर फ्रॉड केस में पहले ही चार आरोपियों को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जा चुका है। अब मामले में शामिल दो और आरोपियों को मुंबई, महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से इस साइबर ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन और आधार कार्ड भी जब्त कर लिए हैं। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह देश के अलग-अलग राज्यों में बैठकर आम जनता को डिजिटल टैक्स रिफंड या सरकारी लाभ के नाम पर झांसा देकर बैंक खातों से मोटी रकम उड़ा रहा था। प्रशासन का कहना है कि पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है और जल्द ही अन्य संलिप्त व्यक्तियों की भी गिरफ्तारी की जाएगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल और तकनीकी टीम भी लगातार निगरानी और पूछताछ में जुटी है।