The Duniyadari : बिलासपुर: मस्तुरी गोलीकांड मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से देशी पिस्टल, कट्टा, कारतूस, मोबाइल और अन्य आपराधिक सामग्री जब्त की है। जांच में सामने आया कि यह हमला पुरानी रंजिश और इलाके में वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम था।
जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने पीड़ित नितेश सिंह पर हमले की योजना पहले ही बना ली थी। 25 अक्टूबर को भी हमले की कोशिश की गई थी, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण उसे टालना पड़ा। इसके बाद 28 अक्टूबर की शाम करीब छह बजे दो मोटरसाइकिलों में सवार होकर आरोपियों ने मस्तुरी जनपद पंचायत कार्यालय के सामने बैठे नितेश सिंह और उसके साथियों पर फायरिंग कर दी। इस घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों में तीन सगे भाई शामिल हैं, जबकि दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है। आरोपियों से दो देशी पिस्टल, एक कट्टा, 5 मैगजीन, 4 जिंदा कारतूस, 13 खाली खोखे, 10 बुलेट और 5 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि एक व्यक्ति ने मुख्य आरोपी विश्वजीत अनंत को ₹1 लाख नकद दिए थे, जिसे उसने अपने साथियों में “अडवांस” के रूप में बांटा था। पुलिस अब इस पैसों के लेनदेन और हथियारों की सप्लाई चैन की जांच कर रही है।
एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि आरोपियों की लोकेशन ट्रैकिंग के जरिए उन्हें बिलासपुर और कोनी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। सभी के खिलाफ बी.एन.एस.एस. और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल, कुछ अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इलाके में गुंडागर्दी और वर्चस्व की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और अवैध हथियार रखने वालों पर विशेष अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।




























