कलेक्टर मैडम देखिए…घाठाद्वारी में सेटिंग की खदान! 5 एकड़ का लीज और उत्खनन सरकारी जमीन पर, फोर लेन सड़क ठेकेदार का कारनामा

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कोरबा। मड़वारानी के समीप ग्राम घाठाद्वारी में पहाड़ काट कर अवैध उत्खनन कर खनिज विभाग को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक 5 एकड़ पर मिले लीज बढ़ा कर सरकारी जमीन से पत्थर निकाला जा रहा है। जानकारी के अनुसार लीजधारी ने खदान को भाजपा के एक युवा नेता को सौंपा है जो अब पहाड़ काट कर पत्थर निकाल फोर लेन सड़क निर्माण करने वाली कंपनी को बेच रहा है।

खनिज संपदा से समृद्ध ऊर्जाधानी में खनिज माफिया माइनिंग विभाग की मिली भगत से सरकारी और वनविभाग की जमीन पर मजे से सेटिंग की खदान चला रहे हैं। ताजा मामला मड़वारानी के समीप ग्राम घाठाद्वारी का है। बताया जा रहा है कि यहां 5 एकड़ सरकारी जमीन पर पत्थर खदान की माइनिंग लीज मातादीन जायसवाल को दी गई है। इस बीच चम्पा से उरगा तक 38 किलोमीटर फोर लेन सड़क निर्माण शुरू होने से छोटी गिट्टी खदान करोड़ों की खदान हो चुकी है। सड़क बनाने का ठेका गावर कंट्रशन कंपनी और डायमंड इंफ्रा कंपनी को काम।

0.सोने की खान पर रसूखदारों को खेल, शासन को रायल्टी का चूना

बताया जा रहा है कि चम्पा से उरगा तक 38 किलोमीटर फोर लेन सड़क निर्माण शुरू होते ही इस स्थानीय नेताओं ने अपनी गिद्ध् नजर गाड़ दी है। यहीं वजह है कि जिला प्रशासन से लेकर माइनिंग विभाग इस सेटिंग वाली खदान से आंखें मूंदे बैठा है। जबकि अवैध गिट्टी उत्खनन से ग्रामीण तो परेशान हैं ही साथ ही खनिज विभाग को करोड़ो के राजस्व की चंपत लग रही है।

 

0.अवैध मुरुम की शिकायत पर कार्रवाई लंबित

फोरलेन सड़क निर्माण करने वाली कंपनी इससे पहले भी अवैध मुरुम उत्खनन और परिवहन कर रहा था। जिसकी शिकायत के बाद खनिज विभाग के अधिकारियों ने जांच कर कार्रवाई की बात कही थी। महीनों गुजरने के बाद भी अवैध मुरुम उत्खनन और परिवहन करने वाले खनिज माफियाओं पर कार्रवाई नहीं हो सकी।

0.करोड़ों के राजस्व का हो रहा नुकसान

आरटीआई कार्यकर्ता मनीष राठौर ने बताया कि मड़वारानी के समीप घाठाद्वारी में चल रहे बिना अनुमति के चल रहे गिट्टी खदान से सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है। सड़क निर्माण में लगने वाले गिट्टी और मुरुम की गणना की जाए तो इसका खुलासा हो सकता है।