महाराष्ट्र। अमरावती में 21 जून को उमेश कोल्हे की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद जब उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या हुई तब मामले ने तूल पकड़ा। इसके बाद जब आज गृह मंत्रालय ने NIA जांच के आदेश दिए तब जाकर पुलिस हरकत में आई और ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके फौरन बाद पुलिस ने वारदात के मास्टरमाइंड इरफान खान को नागपुर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने पत्नी और बेटे के सामने ही मृतक उमेश कोल्हे का गला काट दिया था।
बताया जा रहा है कि 21 जून की घटना होने के बाद पुलिस ने इस मामले को चोरी के इरादे से की गई हत्या बताया था। लेकिन, एफआईआर में इसका कोई जिक्र नहीं किया गया था। सरकार बदलने के 24 घंटों बाद हुई इस ताबड़तोड़ कार्रवाई पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है। जानकारी के मुताबिक़ इरफ़ान ने आरोपियों को 10-10 हजार रूपए देकर कैमिस्ट की ह्त्या करवाई थी।
आरोपियों ने इस बात को कबूल किया कि उन्होंने ये ह्त्या नूपुर शर्मा के बयान के बाद की है। इसकी सारी प्लानिंग इरफान ने ही बनाई थी। उन्होंने नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट शेयर की थी जिसके बाद आरोपियों ने उनकी ह्त्या तब कर दी जब वे अपने मेडिकल से घर वापस आ रहे थे। तभी पीछा कर रहे आरोपियों ने उनका गला काट दिया।