Video: आज के दौर में ऑफिस में होने वाले गलाकाट कंपटीशन के दौर में कई लोग अपना सही से ध्यान नहीं रख पाने के कारण बीमार हो रहे हैं. वहीं दुनिया में कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो अपने कर्मचारियों की सेहत और उनके संपूर्ण विकास पर पूरा ध्यान देती है. ऐसे में वर्क प्लेस पर होने वाले प्रेशर ने निजात पाने के लिए एक कंपनी ने लंच ब्रेक में अपने कर्मचारियों को नींद की कुछ झपकियां लेने की सुविधा दी है. दरअसल लंच में भरपेट खाने पीने के बाद लोगों को आलस आने लगता है और इस वजह से वो लंच ब्रेक के बाद पूरे मनोयोग से अपना काम नहीं कर पाते यानी वो अपने कैलिबर का 100 फीसदी सही उपयोग नहीं कर पाते ऐसे में इस कंपनी द्वारा अपने एंप्लाईज को ये सुविधा देने का आइडिया वायरल हो रहा है.
Office lunch naps are common in several countries in Asia. They are also recommended by physicians
Do you think we should see more of this around the world?#futureofwork pic.twitter.com/bqSgUwqM8v
— Pascal Bornet (@pascal_bornet) July 14, 2022
लिंक्डइन पर शेयर हुआ वीडियो
आपको बता दें कि Pascal Bornet नाम के यूजर ने इस वीडियो को लिंक्डइन पोस्ट (linkedin post) पर शेयर किया तो ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. सिर्फ 9 सेकेंड के वीडियो को देखकर बहुत से लोग तो ये यकीन ही नहीं कर पा रहे हैं कि क्या वाकई ये कोई ऑफिस है या किसी रेलवे स्टेशन का रेस्ट रूम है जहां लोग रिलैक्स होने के लिए आराम फरमा रहे हैं. दरअसल उनके ऐसा सोचने की वजह ये है कि वीडियो में एक भी कंप्यूटर नहीं दिख रहा है. वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक डेस्क के साथ कुछ फोल्डिंग बेड लगे हैं. शुरुआत में एक महिला बैठकर मोबाइल चलाती दिखती है, लेकिन कुछ सेकंड्स के बाद वो सीट को बेड में बदलती है और चादर ओढ़कर आराम से सो जाती है.
आप भी देखिए वीडियो
इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि एशिया के कुछ देशों में ऑफिस लंच नैप्स (झपकी) काफी आम है. डॉक्टर भी इसकी सलाह देते हैं. क्या आपको लगता है कि यह कल्चर और देशों में भी होना चाहिए? बताते चलें कि इस पोस्ट को हजारों लाइक्स और शेयर मिल चुके हैं. इस वीडियो पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
हम आपको अपने पहले के कुछ न्यूज़ आर्टिकल्स में बता चुके हैं कि कैसे जापान समेत कुछ देशों में इस तरह लंच ब्रेक में नैप यानी झपकी लेने की छूट होने का चलन है. इस सुविधा का लाभ उठाने वालों का कहना है कि वर्कप्लेस पर मिली इस फैसिलिटी से उनके दिमाग और आंखों को रेस्ट मिलता है तो उनकी कार्यक्षमता में भी सुधार आया है. हालांकि अपने देश में ऐसा होना फिलहाल दूर की कौड़ी है. इसलिए सभी को यथा राजा तथा प्रजा वाली कहावत को ध्यान में रखते हुए मन लगाकर पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करना चाहिए.